जो अजन्मा है,निराकारी है जगत का कल्याणकारी है परमधाम का रहने वाला शिव परमात्मा मंगलकारी है श्रीमद्भागवत का रचयिता है हम सबका वह परमपिता है ज्योतिबिंदु स्वरूपधारी है जो आत्मस्वरूप में रहते है विदेही सहज हो जाते है भगवान उवाच का सार यही परमात्मा धरा पर आते है साथ मे […]

श्रीमद्भागवत गीता का ज्ञान विचार मंथन को आए विद्वान ब्रह्माकुमारीज ने यज्ञ रचाया गुरुग्राम में सम्मेलन कराया नये मार्गदर्शन को जानी राय सत्य, अहिंसा, परमात्म चिंतन गीता शिक्षा का हो अभिनन्दन जीवन सार्थक इसी से बनेगा ईश्वरीय ज्ञान इसी से मिलेगा परमात्म उवाच से जन्मी गीता जीने की कला सीखाती […]

प्रभु का गजब करिश्मा है बेटी जग में फरिश्ता है देवी स्वरूपा कहलाती है अपनो से रिश्ते निभाती है सद्कर्म से उसका वास्ता है  कुछ कर गुजरने की लालसा है माता पिता की धड़कन है वह जन्म लेने से उसे मत रोको पढ़ाने से उसे मत चूको बेटे से भी […]

याद आते है जगदीश मनो की किताब में स्वर्ण पन्ना जोड़ दिया भारत के इतिहास में 17 वर्ष की अल्पायु में वत्स ने तिरंगा फैहराया था अंग्रेजों की गोलियों से वह राष्ट्रभक्त टकराया था मां जमुना, पिता कदम का वह दुलारा लाल था भारत मां की आजादी का जगदीश वत्स […]

आत्मा सा रूप है तेरा परमात्मा कहलाते हो ज्योतिबिंदु से महीन हो सारा ब्रह्मांड समा लेते हो दुःखो को हर लेते हो संकटमोचक बन जाते हो प्रेम,दया,सुख के सागर करुणा मन मे उपजाते हो भक्तो की भक्ति सुनते हो मनोकामना पूर्ण करते हो जो बनते है परमात्म समान उन्हें उत्तराधिकारी […]

 *बधाई हिमा दास*  हिमा दास को हम करे झुक कर कोटि सलाम। गोल्ड  पदक  दिलाया हुआ  एथलीट  में नाम ।। स्वर्ण  उसने  जीतकर बढाया  देश  का मान । रचकर नया  इतिहास भारत का बढा सम्मान ।। बिटियां  पर करों नाज हर दौड़ की यह गरिमा । उड़न परी कहलाई आज […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।