मध्यप्रदेश में फ़िल्म प्रदर्शित नहीं हुई,इसलिए बड़ी मशक्कत से फ़िल्म तक पहुंचा,तो खैर निराशा नहीं हुई है।निर्देशक-लेखक संजय भंसाली,प्रकाश कापड़िया की इस फिल्म में कलाकार- रणवीरसिंह,दीपिका,शाहिद कपूर , अदिति राव,रज़ा मुराद,अनुप्रिया गोयनका और जिम सरभ हैं। इसकी अवधि १६३ मिनट तथा छायाकार सुदीप चटर्जी है। इस आलेख को केवल समीक्षा […]

शिव शंकर सुता नर्मदा कृति तुम अजब निराली हो, खुद के अस्तित्व से जूझ रही संपूर्ण होकर भी खाली हो। तुम शतरूपा तुम रेवा हो, तुम रामायण की सीता हो तुम हो गरिमामई सावित्री तुम ही पावन गीता हो। उग्र होकर लगे बवंडर, थम जाओ तो दिखे समंदर हठयोगी-सी तुम […]

चटके हुए तो थे ही लो जी बिखर गए। अल्फाज कुछ तुम्हारे आज घर कर गए॥ मुद्दत के बाद आए मिलने मजार पर। मुस्कुराकर बोले कब आप मर गए॥ हुआ तो कुछ जरुर है कोई तो सबब है। क्यों दिल में रहने वाले ही दिल से उतर गए॥ हर आदमी […]

हर चुनौती को लांघकर,        यूं पथ पर चलती जाती। लोहा गलाकर,        युग निर्माण करती। संघर्ष के सक्रिय पथ,    को ऊँचाई तक ले जाती। अंधकार चीर,     प्रकाश फैलाती। ओस की बुंद से,    अमृत वर्षा करती। मिट्टी खोद,     सोना उगाती। […]

हाथ तिरंगा गहने वाला दीप बुझ गया जलते-जलते। वंदे मातरम् के उत्तर में कत्ल हो गया चलते-चलते। राष्ट्र चेतना की वेदी पर शीश चढ़ा एक और तरुण- दर्पण उसने दिखा दिया है राजतंत्र को हँसते-हँसते॥ राष्ट्रभक्ति की बेल छजी जब सत्ता चौबारों में। वंदेमातरम् के रखवाले कटते  क्यों बाजारों में। […]

झुर्रियों को केवल चेहरे की    लकीरें ना समझें, अगर काबिल हो तो    उनकी काबिलियत को समझें।          जवानी में तो ये तुमसे           भी सजीले नौजवान थे,          जब चलते थे सीना तान के         […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।