समारोह में शामिल हुये प्रदेश के संरक्षक व अध्यक्ष रायगढ़  | वनांचल विकास खण्ड व औद्योगिक तहसील तमनार के फॉरेस्ट विभागीय गेस्ट हॉउस में , प्रदेश के पत्रकारों का यूनियन “छत्तीसगढ़ जर्नलिस्ट वेलफेयर , रायपुर” पंजीयन क्रमांक 653 के बैनर तले गत् दिवस एक भव्य सम्मान समारोह का आयोजन किया […]

 # मध्यप्रदेश के १८  जिलों को मिला नेतृत्व  इंदौर। हिन्दी भाषा को राष्ट्रभाषा बनाने के लिए कार्यरत संस्था ‘मातृभाषा उन्नयन संस्थान’ के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ के नेतृत्व में प्रदेश अध्यक्ष कमलेश कमल की अनुशंसा से प्रदेश महासचिव प्रिन्स बैरागी द्वारा मध्यप्रदेश में दल विस्तार किया व जिला […]

शोक प्रस्ताव विश्व हिन्दू परिषद् के पूर्व अध्यक्ष श्री विष्णु हरि डालमियां के निधन से सिर्फ विहिप ही नहीं सम्पूर्ण हिन्दू समाज को एक अपूर्णीय क्षति हुई है. अपने शोक प्रस्ताव में विहिप अध्यक्ष श्री विष्णु सदाशिव कोकजे ने कहा है कि श्री डालमियां सरलता, सक्रियता, सौम्यता व दृढ़ता के […]

नई दिल्ली| श्रीराम जन्मभूमि की अपीलों की सुनवाई एक बार पुन: टाल दी गई. हमारा यह संदेह कि विरोधी पक्ष अनावश्यक बहाने बाजी से, अपीलों की सुनवाई को टालने का प्रयास करेंगे, सत्य सिद्ध हुआ. यह कहा जाना कि पाँच सदस्यीय बेंच के गठन हेतु कोई न्यायिक आदेश पारित किया […]

मुंबई | मुंबई उच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश न्यायमूर्ति माननीय श्री चंद्रशेखर धर्माधिकारी जी का दो जनवरी को निधन हो गया। वे ijfcec/ bd/kdlfldb ks Ovr गांधीवादी चिंतन और राष्ट्रवादी विचारधारा के एक सशक्त हस्ताक्षर थे। वे राष्ट्रभाषा के रूप में हिंदी के प्रबल समर्थक और भारतीय भाषा-प्रेमी थे, जो […]

कोलकाता | ‘अपनी भाषा’ संस्था ने अपना अठारहवाँ स्थापना दिवस समारोह मनाते हुए भारतीय भाषा परिषद सभागार में ‘बौद्धिक समाज और भाषिक उदासीनता’ विषय पर एक राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया. विशिष्ट अतिथि डॉ. वेदप्रताप वैदिक ने कहा कि ‘अपनी भाषा’ वह मशाल जला रही है जो भारतीय भाषाओं को […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।