अच्छा लगता है जब कहीं से कोई पूछता है हाल आपका हौले से यह कहकर कि आप कैसे हो ? महसूस होने लगती है कुछ गर्माहट रिश्तो की । टूटे हुए से संवाद कहीं फिर से जुड़ने की कोशिश करने लगते हैं । एक खालीपन का छाया हुआ सा बवंडर […]
रमेश आते ही अपनी चाची को गोद में उठा लिया और बोला – ” चाची ! मैं मेडिकल की परीक्षा में अब्बल नंबर से पास हो गया । “ और वह खुशी से फूला नहीं समा रहा था । अपनी चाची को गोद में उठाये झूमने लगा । ” अरे […]
भूल अगर हो जाए कभी क्षमा तुरन्त मांग लीजिए सामने अगर बड़े खड़े हो झुककर वंदन कीजिए सीखना हो जिससे तुमको उनका पहले सम्मान कीजिए छोड़ दे अहंकार की बाते स्वयं विन्रम हो जाइए हो जायेगे गैर भी अपने उनको गले लगा लीजिए परमात्मा की कृपा रहेगी याद उनको बस […]
सकारात्मक सोच से उद्बुद्ध , पूरे विश्व में खुशहाली प्रसारित करते विचारों से पूरित, सकारात्मक ऊर्जा का प्रसार करती, कवयित्री- डॉ. अर्चना ‘अर्चि’ की कविताओं की बगिया, जिसकी हर कविता रूपी कली अपने सौंदर्य और सुगन्ध से पूरे विश्व को आल्हादित करते हुए, प्रस्फुटित होने के लिए तत्पर है। ‘मुट्ठी […]
ओलंपिक 2020 टोक्यो में 141 वर्षों के सूखे के बाद एक घनघोर वर्षा हुई भारत ने अपना पहला स्वर्ण जैवलिन थ्रो अर्थात भाला फेंक में जीता यह स्वर्ण पदक एथलीट में 1920 के बाद जीता गया पहला स्वर्ण पदक था 7 अगस्त 2021 की तारीख इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में […]
भारत ने एक बार फिर विश्व को अपनी ओर आकर्षित ही नहीं किया बल्कि अपनी संस्कृति और कला का लोहा भी मनवाया।तेलंगाना के रामप्पा मंदिर को यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर की सूची में शामिल किया जाना एक तरफ भारत के लिए गौरव का पल था तो विश्व के वैज्ञानिकों के […]
मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए।
आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं।
कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।