अंतरराष्ट्रीय साहित्यकार सम्मान समारोह बिसौली में आयोजित अमेरिका, ताइवान, जर्मनी, नेपाल के साहित्यकारों सहित देश के 15 प्रान्तों के साहित्यकार हुए सम्मानित इन्दौर। हिन्दी के देशव्यापी प्रचार और प्रसार के लिए मातृभाषा उन्नयन संस्थान लगातार कार्यरत है। इस कड़ी में बिसौली, उत्तर प्रदेश में आयोजित आठवें अन्तरराष्ट्रीय साहित्यकार सम्मान समारोह […]

कल्पना और विचारों का तालमेल है कविता- डॉ. शर्मा इन्दौर । ‘सभी क्रांतियों की देह में किताबें रही हैं और किताबों की देह में कविता। कल्पना और विचारों का तालमेल कविता होती है।’ यह बात अंतरराष्ट्रीय कवि डॉ. राजीव शर्मा ने कही। वह मंगलवार शाम लेखिका नीलम हरीश तोलानी के […]

डॉ. वेदप्रताप वैदिक गुजरात के स्कूलों में 5 जी की तकनीक के बारे में बोलते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कमाल कर दिया। उन्होंने प्रधानमंत्री की हैसियत से ‘अंग्रेजी की गुलामी’ के खिलाफ जो बात कह दी है, वह बात आज तक भारत के किसी प्रधानमंत्री की हिम्मत नहीं हुई […]

नाम- नीलम तोलानी “नीर” पिता:श्री गोविंद सचदेव माता:श्रीमती शारदा सचदेव पति:श्री हरीश तोलानी पु़त्र :खुश तोलानी, रिद्धिमान तोलानी जन्म तारीख – 23/05 शिक्षा- Bsc, MFA,(FINANCE), WSP ..IIM BANGLURU रुचियाँ- लेखन-पठन प्रकाशन: साझा संग्रह: “गूंज”,” शब्दों की पतवार” “शब्द समिधा”,”स्वच्छ भारत” शब्द मंजरी। सिसृषा ,ब्रज कुमुदेश , काव्यांजलि जैसी छंद पत्रिकाओं […]

इन्दौर । मध्यप्रदेश स्थापना दिवस के अवसर पर संस्मय प्रकाशन द्वारा आयोजित पुस्तक विमोचन एवं चर्चा में मंगलवार को लेखिका नीलम तोलानी ’नीर’ के कविता संग्रह ‘कितना मुश्किल कबीर होना’ का विमोचन एवं चर्चा का आयोजन स्थानीय शिवाजी सभागार, श्री मध्यभारत हिन्दी साहित्य समिति में सायं छह बजे होगा। इस […]

कुक्षी में शताब्दी वर्ष निमित्त काव्य उत्सव सम्पन्न छिड़ गया हो युद्ध तम से अगर, एक दीपक जला दो – गुरुजी कुक्षी। हिन्दी की दिग्विजय यात्रा में कवि सम्मेलन के शताब्दी वर्ष निमित्त मातृभाषा उन्नयन संस्थान द्वारा स्थानीय शारदा मंदिर वाचनालय, कुक्षी में काव्य उत्सव का आयोजन गुरुवार को रात्रि […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।