आंध्रप्रदेश के मुख्यमंत्री जगनमोहन रेड्डी ने सांप की बाॅबी में हाथ डाल दिया है। उन्होंने उप-राष्ट्रपति वेंकय्या नायडू, आंध्र के पूर्व मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू और आंध्र के अन्य नेताओं को अपने एक ऐसे तर्क में लपेट लिया है, जो मूलतः गलत है लेकिन जिसने सभी नेताओं की बोलती बंद कर […]

काश! पुनः लौटकर वह प्यारा बचपन आता। ठुमुक-ठुमुक चलते हुए पाठशाला जाता।। गुरूजी का डण्डा देख मन में सकपकाता। छिप- छिपकर कक्षा में कुछ न कुछ खाता।। चोर लिखकर पीठ पर, खूब खिलखिलाता। जब वह पूछता,”किसने लिखा?”तो मुस्कुराता।। बस्ता में बस्ता बाँध , एक दूजै को लड़ाता। काश! पुनः लौटकर […]

जनता कद्र करेगी जब तक नेता की, नेतागण यूँ ही जनता को लूटेंगे। प्रतिभाएँ सड़कों पर कुचली जाएँगी, लोकतन्त्र के भाग्य रोज ही फूटेंगे। अपनी क्षमता को पहचानों, कद्र करो, मक्कारों के अहंकार तब टूटेंगे। फिर कोई गणितज्ञ नहीं पागल होगा, धोखा देने वालों को जब कूटेंगे। जब तक हम […]

सुनाकर मुझे अपना राग, मेरा मन बहलाते हो। थकान मेरी अपने गीतों से, तुम मिटाते हो। तभी तो संगीत को, महफ़िल की शान मनाते है। और हर राज दरबारों में, इन्हें स्थापित करते है।। समय ने फिर करवट ली, बदल गया सबका नजरिया। संगीत को मनोरंजन का, साधन माने जाने […]

तेरी मेरी बात होगी यादों की बारात होगी झूमें गाएं साथ सबके अब नबी की नात होगी यूँ महक उठेगा तन मन जब मिलन की बात होगी मौज़ में है आज वो भी दाल -रोटी -भात होगी देखें जब भी हम पिया को वो सुहानी रात होगी हाथ सर पे […]

मैं जी रहा हूँ एक आस लेकर मैं जी रहा हूँ एक प्यास लेकर मेरी आँखों की ज्योति हो तुम मेरे हृदय की धड़कन हो तुम तुम आ जाओ मधुमास लेकर तुम आ जाओ जीवन सांस लेकर तुम देख लो आकर जिंदगी जी रहा हूँ कतरा – कतरा तुम भी […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।