तुम हो कलयुग के भगवान गुरु विद्यासागर। तुम हो ज्ञान के भंडार गुरु विद्यासागर। हम नित्य करें गुण गान गुरु विद्यासागर।। बाल ब्रह्मचारी के व्रतधारी सयंम नियम के महाव्रतधारी। तुम हो जिनवाणी के प्राण गुरु विद्यासागर। हम नित्य करे गुण गान गुरु विद्यासागर।। दयोदय से पशु बचाते भाग्योदय से प्राण […]

वो आवाज था हर युवा का जन चेतना का संचार किया। राष्ट्र वाद का बोध कराकर विचार क्रांति का सूत्रपात किया। विश्व बंधुत्व का संदेश देकर नव युग का निर्माण किया। धर्म सभा में हिंदुस्तान का आलोकित शंखनाद किया। है धन्य धरा भारत भूमि नरेंद्र को जिसने जन्म दिया, वह […]

युवाओं तुम्हें जगना होगा विवेकानंद के सपनों के पथ पर चलना होगा। चारों ओर शोर फैला सडको पर सैलाव उमडा कौन सच्चा कौन झूठा सवालो ने घेरा डाला सब को विश्वास में लाना होगा युवाओं तुम्हें जगाना होगा। कर्तव्य और कार्यशैली ढूँढ रही ईमानदारी हर नजर तालाश रही वो विश्वास […]

मंजिल भी मिलेगी तुझे एक दिन, तू हौसलों की उड़ान बनाता चल! क्योंकि वक़्त बदलते वक्त नही लगता!! खिलेगी मुस्कुराहट भी तेरी एक दिन, तू अपनी हसीं से सबको हंसाता चल! क्योकि वक़्त बदलते वक्त नही लगता!! थिरक उठेगा तेरी जिंदगी का साज, तू घुँघरुओ की झंकार बजाता चल! क्योंकि […]

प्यार किसी को करते हो, तो प्यार से उसे देखो। मिलती है निगाहें उससे तो तुम मिलाकर देखो। एक दिन दिल उसका निश्चित ही पिघल जाएगा। सिलसिला मोहब्बत का फिर शुरू हो जाएगा।। मोहब्बत बहुत नाजुक रिश्ता होता है। छोटी छोटी बातों का इसमें मतलब होता है। जो इन्हें दिल […]

सदा अच्छी सोच को लेकर जीवन मे आगे बढ़ते जाए जो अवरोधक आये राह में उन्हें सुगमता से हटाते जाए आलोचना किसी की करो नही अन्याय से कभी डरो नही सम्मान सभी का करते जाओ स्वयं को अहम से ऊपर उठाओ अहम ही दुश्मन बन जाता है विन्रमता को छल […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।