यह,मन प्यासा,पंछी मेरा नील गगन उड़ करे बसेरा । पल मे देश विदेशों विचरण, कभी रुष्ट,पल मे अभिनंदन, प्यासा पंछी, उड़ता मन।। पल में अवध,परिक्रम करता, सरयू जल अंजुलि में भरता। पल में चित्र कूट जा पहुँचे, अनुसुइया के आश्रम पावन, प्यासा पंछी, उड़ता मन।। पल में शबरी आश्रम जाए, […]

तुम कूक उठी मृदुल-मृदुल ये गान तुम्हारा अमर रहे | प्रेमीजन सुन कूक तुम्हारी मगन रहे || तुम काली-काली रुप न देखा जग स्वर उतर जाये उर | जैसे प्रेमी की हूक अमर || स्वच्छ गगन तले घने पातों के बीच छिपे कंठ तुम्हारा अमृत बर्षाये | गा-गाकर अमर गान […]

पासपोर्ट ने, फैलाई महामारी ! पर प्रकोप झेलता, गरीब दिखा !! लिए वेदना… आँखों में धूमिल सपने ! पुन: पलायन करता, गरीब दिखा !! अपना हिस्सा भी, बच्चों का खिला कर! भविष्य की चिंता करता, गरीब दिखा !! भूख की ज्वाला … भस्म करते-करते ! अकाल काल का ग्रास बनता, […]

साबरमती के संत एवम् कलम के सम्राट महात्मा गांधी जी की 150 वी जन्म जयंती उत्सव पर आज प्रथम कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया |* गुजरात के गांधी नगर मे प्रथम ऑन लाइन कवि सम्मेलन हुआ : जब कलम चलती है तो नोवेल कोरोना की परवाह नहीं करती | […]

घर मे खाली समय न गंवाओ समय को प्रभु याद में लगाओ स्वयं का स्वयं से संवाद कराओ स्वयं की स्वयं से पहचान कराओ जब आत्मा को अपनी पहचान लोगें आत्मा अजर -अमर है यह मान लोगें पांच तत्वों से बनी है यह नश्वर काया इसी में छिपा है अभिमान […]

इंदु भूषण बाली सुपुत्र श्री सतगुर प्रकाश बाली,आयु 58 वर्ष, निवास डाकघर और तहसील ज्यौड़ियां, जिला जम्मू (जम्मू व कश्मीर) आवेदक 1) भारत सरकार, गृह मंत्रालय, महानिदेशक, सशस्त्र सीमा बल, पूर्वी खण्ड-5, रामा कृष्णा पूरम, नई दिल्ली-66 न्याय के संदर्भ में :- 01- भारत के संविधान के अनुच्छेद 226 के […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।