श्रमिक हमारे समाज की एक ऐसी मजबूत रीढ़ है जिस पर समस्त आर्थिक उन्नति टिकी होती है जो मानवीय श्रम का सबसे आदर्श उदाहरण है। हमारे सभी प्रकार के क्रियाकलापों की वह सबसे विशेष धुरी होता है जिसके द्वारा हमारे समस्त कार्य पूरे किए जाते है। आज के आधुनिकीकरण एवं […]

लाॅकडाउन में एक-दूसरे के राज्यों के लोगों को घर भेजने के लिए वही सावधानियां होनी चाहिए जो युद्धकाल में सेना को एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जाने के लिए अपनाई जाती हैं।बल्कि युद्धकाल से भी अधिक सावधानियां बरतनी अति आवश्यक हैं। क्योंकि युद्ध में शत्रु की उपस्थिति स्पष्ट […]

मेले वही है , बस इश्तेहारें बदल गए आसमां वही है , सितारे बदल गए मायने वही है , मगर मुहावरे बदल गए आग वही है , अंगारे बदल गए गलियां वही है , शोर – शराबे बदल गए शहर वही है , बस नजारे बदल गए #तारकेश कुमार ओझा […]

करे फर्याद हम किस से, सभी तो एक जैसे है। जब रक्षक बन जाये भक्षक, तो फिर किस से करे फर्याद। कितना कुछ बदल दिया, हुए जबसे हम होशियार। की पहले तरह वो आत्मीयता, नही बची अब घरों में।। सब के सब लूटने को, बैठे है तैयार यहां पर। नियत […]

दिन-रात कोरोना के बारे में सुनने, देखने और पढ़ने के कारण कुछ लोग बेहद डरे हुए हैं और बार-बार कोरोना के बारे में ही सोच रहे हैं। उनके लक्षणों के बारे में जान रहे हैं। इससे शरीर और मन का संबंध टूट रहा है। यदि किसी व्यक्ति को किसी प्रकार […]

हे प्रभु ! करुणा के सागर , हमे कोरोना से मुक्त करो ना | हो गये है हम बिन दर्शन के , अब तो अपने पट खोलो ना || जब जब भक्तो ने पुकारा , तुम झटपट दौड़े दौड़े आये | कभी राम बनकर कभी कृष्ण बनकर , कभी नरसिंग […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।