पैदल चलकर नाप रहे ख़ुद सड़कों की लंबाई, भूखें प्यासे बच्चों के संग मज़बूरी में भाई, नंगे सूजे पैर जल रहे, बिना रुके दिन रात चल रहे, भूख की खातिर छोड़ा था घर, गांव छोड़ आये थे वो शहर, भूख के कारण अब उनकी है पेट से स्वयं लड़ाई, रक्तरंजित […]
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राष्ट्रीय आंचलिक साहित्य संस्थान,हरियाणा,भारत के ऑनलाइन राष्ट्रीय महाकवि सम्मेलन दिनांक 19/05/2020 को शाम 6 बजे से आयोजन किया गया! संस्था के संस्थापक/अध्यक्ष नवलपाल प्रभाकर’दिनकर’ जी के द्वारा कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलित कर किया गया! संस्था के सचिव रुपेश कुमार जी के द्वारा कार्यक्रम की रूपरेखा तैयार किया गया एव […]
