सावन माह चल रहा है आज मैं आपको लेकर चलूंगी धर्म की दुनिया में, जिसका सार योग है।योग जो शरीर की वर्तमान अवस्था को चेतन में रहते हुए आप के भीतर ईश्वरीय अवस्था को विकसित करता है।आज पूरी दुनिया योग का अनुसरण कर रही है। कई ज्ञानी तो इस खोज […]

बड़ी मारक है , वक्त की मार हिंद में मचा यूं हाहाकार सड़कें हैं , सवार नहीं हरियाली है , गुलज़ार नहीं बाजार है , खरीदार नहीं गुस्सा है , इजहार नहीं सोने वाले सो रहे खटने वाले रो रहे खुशनसीबों पर सिस्टम मेहरबान बाकी भूखों को तो बस ज्ञान […]

इंदौर। स्वातंत्र्य वीर सैनानी चंद्रशेखर आज़ाद जयंती के उपलक्ष्य में व कोरोना के संकटकाल को देखते हुए हिन्दी भाषा के प्रचार के लिए प्रतिबद्ध मातृभाषा उन्नयन संस्थान द्वारा स्थानीय महावर नगर बस्ती में मास्क वितरण करके आज़ाद जयंती मनाई। कार्यक्रम की संयोजिका डॉ. नीना जोशी रहीं। मास्क वितरण कार्यक्रम में […]

ए बी सी डी छोड़ो हिंदी से नाता जोड़ो हिंदी हमारी शान हैं अंग्रेजी बनाती गुलाम है हिंदी को सरताज बनाओ हिंदी से मिलता सम्मान है दादी-नानी की कहानियो से बनता राष्ट्र महान हैं हिंदी में गीता का ज्ञान है हिंदी सरस्वती का वरदान है आओ भारत का गढ़े स्वाभिमान […]

नियत में खोट हो तो, मोहब्बत रंग कैसे लाएगी। तमंनये दिल की, दफन दिलमें हो जाएगी। मोहब्बत का कोई, जाति धर्म नहीं होता। ये तो वो आग है जो, पहले आंखों से लगता।। दिलो में प्रेम भाव, जो इंसान रखता है। उसी के दिल दिमाग में, मोहब्बत पनपता है। ये […]

आओ सखि सब झूला झले, पींग बढ़ाकर नभ को छूले। आया है तीजो का त्योहार, मन में है मेरे खुशी अपार।। साजन भी मेरे आ जाएंगे, सुहाग का सामान वे लाएंगे। करूंगी मै सोलह सिंगार, महकेगा मेरा सारा संसार। भूल जाएंगे अब मन के सूले, आओ सखी सब झूला झूले।। […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।