मिला मुझको बहुत कुछ अपनी मेहनत लगन से। मेरे अनुभवों को कोई न क्या कभी छोड़ा पायेगा। तपा हूँ आग की भट्टी में तो कुछ बनकर ही निकला हूँ। और फिर से जिंदगी में कुछ नया निश्चित करूंगा।। भले ही जमाने ने हमे ठोकर मार दी हो। पर अपने लक्ष्य […]
हरा , भरा है मेरा देश , सुखद, मनोरम प्यारा देश धरा यहाँ की बहुत पवित्र, सब धर्मावलम्बी मेरे मित्र।। एक समान हैं सारे धर्म, हम सब करते अच्छे कर्म। होली, ईद, दशहरा दीवाली मिलजुल कर आती खुशहाली याद है बचपन और स्कूल , वो गलियाँ और उड़ती धूल जिन […]
एक ओर जहां अयोध्या में राम मंदिर की आधारशिला रखी गई हैं वहीं दूसरी ओर लॉकडाउन में बनाया गया डॉं दशरथ मसानिया द्वारा रामायण पहेली चालीसा बच्चों में बहुत लोकप्रिय हो रहा है । उल्लेखनीय है इस चालीसा में 40 चौपाइयों के माध्यम से 40 पहेलियां तैयार की गई हैं […]
पारिजात का इतिहास बड़ा है कई युगों से पारिजात खड़ा है समुद्र मंथन का यह दिव्य वृक्ष है देवलोक इसका पहला स्थल है हरिवंश पुराण में महिमा मिलती पारिजात छूने से थकान मिटती फल नही सिर्फ पुष्प का स्वामी गुणों में नही कोई इसका सानी इसके पुष्पों से चिर यौवन […]
बहुत फक्र करते थे हम अपनो पर यार। बंद आंखों से विश्वास करते थे उन पर हम। पर पढ़ न सके उन्हें साथ रहते हुये हम। तभी तो उठा दिया जनाजा विश्वास का आज। और आंखे मेरी खोल दी, की मत करो किसी पर विश्वास।। जो अपनो से विश्वास घात […]
चलो चलें अवध में उत्सव है भारी बरस भर बाद आई है मंगल घड़ी घर-घर बाज रहे है मंगल बाजे अति शुभ मंगल आज तिथि है राम नाम की धूम चहूं और मची है चकमक जगमग है दसों दिशाएं दुल्हन बनी है प्रकृति फिजाएं घर घर है दीपोत्सव की तैयारी […]
मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए।
आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं।
कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।