जाने वाला चला गया, अब उसका इंतजार क्यों। उड़ गए पिंजरे से जो परिंदे, उनसे अब भी इतना प्यार क्यों।। रोशनी की चाहत की तूने, लेकिन घनघोर अंधेरा छा गया। अँधकार को जीवन क्यों ना बनाता, बता तुझे उजाले से इतना प्यार क्यों।। सूखे फूलो को किताबो में सजाता, मुरझाए […]
