कोरोना की पीठ पर सवार होकर आई दिवाली मुहं पर मास्क दो गज की दूरी सबको बधाई यह दिवाली एक दीया जलाओ उनके नाम जो देख नही पाए यह दिवाली छंटे अंधकार आए उजाला लक्ष्मी का हो वास मने दिवाली सबको मिले रोज़गार कोई न रहे खाली हाथ शुभ हो […]

आओ शहीदों को दीप जलाए जो अपने घर लौट कर न आए। केवल तिरंगे को ओढ कर आए, उन सबका हम सम्मान बढ़ाए ।। जो सीमा की कर रहे थे रखवाली मना नहीं पाए घर पर दीपावली । आओ हम सबको शीश झुकाए, श्रद्धा से उनको हम दीप जलाए।। जिनके […]

आओ इस दीवाली एक दीप नया जलाए समाज में व्याप्त बुराइयों को जलाकर भगाएं इस बार हम मिट्टी के ही दीप जलाए भारतीयता का परचम इस जग में लहराये राम लला जब बुराई को हराकर घर पर आए जब ही सब ने सुंदर सुसज्जित दीप सजाए थे। इस बार कुम्हार […]

शौर्य और पराक्रम की पहचान है चंबलघाटी, बीहड़ों के सौंदर्य वाली प्रसिद्ध है चंबलमाटी | आकर्षक कलाक्रतियाँ बिखेरती चंबल, धरापुत्र के हृदय को गुदगुदाती चंबल | ऐतिहासिक है मुस्कराती चंबल की कहानी, बड़ा निर्मल-शीतल अमृत सा चंबल का पानी | प्राचीन सभ्यता को समेटे चलचित्र सी चंबल, उमंग-उत्साह से हरदम […]

धर्म बड़ा है मानवता का मानवता का रखिए मान जो मानवता के पथ चले मिलता उसे आत्म सम्मान मानव प्रेम से ही जगत मे हो सकता है शांति का दान जो मानवता प्रेम के पथ चले मानवता धर्म उसी का महान जीवन सुखमय रहे उसी का पाता वही संतोष सुख […]

भारतीय राजव्यवस्था को सुचारू रूप से चलाने में सरकार के अलावा जिन संवैधानिक संस्थाओं की भूमिका महत्वपूर्ण रही है, उनमें चुनाव आयोग, उच्चतम न्यायालय आदि के साथ-साथ संघ लोक सेवा आयोग भी शामिल है। संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) का प्रमुख कार्य सिविल सेवा में नियुक्ति संबंधी विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।