गूंजे मधुरमय गीत सदा हो दिन मंगलकारी सदा बना रहे स्वस्थ्य आपका सम्रद्धिमय जीवन आपका खुशियो भरे हो दिन सारे सुखमय हो परिवार हमारे सदइच्छा पूरी हो आपकी भाग्य में उपलब्धियां आपकी रहे ध्यान ईश्वर आपको सदा ऐसा कर्मयोग करिए सदा यह जन्म संवर जाए आपका परलोक संवर जाए आपका।#श्रीगोपाल […]

गिरि-सरिता पूजन बुगुन, क्ष्यत्सोई त्योहार। उमंग मोथोंग, डिंग्खो, सफल फसल आहार।१। सम्मानित गांव- बूढा , गांव- सरकार सेतु। शांति, सहायता, सेवा, ग्रामीण न्याय हेतु।२। पश्चिम कमेंग में बुगुन, कस्पी, वान्हूं, बिछुंग। गिरि मांगोपा, नाम्फरी, बसे गांव शींचुंग।३। मार्फियो, लाली, फिन्या, सराई, ग्लो, फियोंग। क्ष्यत्सई, फम्खो, डींग्खो, गोम्पा में मोथोंग।४। बुगुन […]

तन मन में हमारे गौरैया, उमंग नई भर जाती है। फुदक फुदक गौरैया जब, पास हमारे आती है। नन्हे नन्हें पंखों वाली, कितनी प्यारी प्यारी है। हम सबके घर आँगन की, गौरैया शान हमारी है। चूँ चूँ का गाना गाकर ये, सबका दिल बहलाती है। जब गौरैया दाना चुगने, चौबारे […]

पढ़ो – लिखो, करो उपकार वृत की परिधि = 2 π r मधुर बोलो, बोलो सच बेलन का आयतन= π r² h सादा जीवन उच्च विचार वर्ग का क्षेत्रफल= (भुजा)² हे कर्मठ! क्या है तेरी रज़ा वर्ग का विकर्ण = √2 × एक भुजा संस्कार मिला, मिला संसार वृत्त का […]

मेरे देश का सम्मान होना ही था लबों पर मुस्कान होना ही था मेरे मुल्क से है कितनी चाहत सच कहूं अभिमान होना ही था साया हो सर पर गर माँ पिता का काम जो हो आसान होना ही था रब की होती है बड़ी मेहरबानी समस्या कोई हो निदान […]

सामने पति की लाश पड़ी थी और पूनम चुपचाप गुमसुम सी निहारे जा रही थी । उसके आंसू न जाने कौन पी गया…। अभी उसके हाथों पर लगी मेहंदी का रंग भी फीका न पड़ा, कि एक भयानक रोड एक्सीडेंट में रमन को पूनम से हमेशा- हमेशा के लिए जुदा […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।