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सगरों की उर्मियों में, तुम दिखे हो गीत मेरे । फूल की हर पाँखुरी में, तुम हँसे हो गीत मेरे ।। उर धड़कते, बनके धड़कन.. तुम बने मन ईश मेरे। दूध से निखरे उजाले, बन गए मन मीत मेरे.. रात के घनघोर टिम में, तुम छिपे हो गीत मेरे।। आप […]
(मधुगीति १७०४१५ अ) कोई मिल पल में चल देता, कोई कुछ वर्ष संग देता; जाना सबको ही है होता, मिलन संस्कार वश होता। विदा क्षण-क्षण दिए चलना, अलविदा कभी कह देना; यही कर्त्तव्य रह जाता, मुस्करा भाव भव देना। चले सब जाते अपनी धुन, झाँकते चलते दे चितवन; नज़र में […]
मैंने खुशी को पास बुलाना चाहा, पर वह न आई कसम खाकर। मैंने खुशी को कलियों में खोजा, पर उपवन ले गया चुराकर। मैंने खुशी को नदियों में खोजा, पर लहरें ले गई बहाकर। मैंने खुशी को बरखा में खोजा, पर रिमझिम बूँदे ले गई इतराकर। मैंने खुशी को खेतों […]
जब काटता नहीं था,नाई भी उसके बाल, जात-पात के वो मासूम,हल करता था नितदिन ही कांटेदार,असंख्य सवालl हर सवाल पहले वाले से ज्यादा कठिन, अनसुलझा-सा और अपमानजनक घूम जाता था,अपनी ही धुरी पर पृथ्वी-सा उसका दिमाग.. काँप जाते थे इस भूकंप से, गरीब की कुटिया जैसे उसके पाँव.. झूलता […]
(विनोद खन्ना को समर्पित) अस्सी के दशक में होश संभालने वाली पीढ़ी के लिए उन्हें स्वीकार करना सचमुच मुश्किल था,जिसका नाम था विनोद खन्ना..क्योंकि तब जवान हो रही पीढ़ी के मन में अमिताभ बच्चन `सुपरमैन` की तरह रच-बस चुके थे। अमिताभ यानी,जिसके लिए असंभव कुछ भी नहीं। जो दस-दस […]
मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए।
आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं।
कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।