मैं सोनीपत जिले का निवासी हूं। मैं सबसे पहले बताना चाहता हूं कि मेरा जिला हरियाणा एक मध्यम स्तरीय जिला है यह न तो अधिक बड़ा है और न ही अधिक छोटा है। सोनीपत नई दिल्ली से उत्तर में 43 कि.मी. दूर स्थित है। इस नगर की स्थापना सम्भवत: लगभग […]

विकास ,विकास ,विकास आजकल हम सभी का दिन के प्रत्येक प्रहर में इस शब्द से सामना जरूर होता है। चाहे नेताओं के नारे जैसे “सबका साथ ,सबका विकास” हो या आम आदमी के जुबान से निकलता हुआ विकास का दावानल हो। हम सभी विकास को पाने की दौड़ में चाहे […]

झूठे वायदों की चाशनी में पक रही है चुनाव की खीर वोटर राजा को लुभाने में नेताजी हो रहे धीर गम्भीर पांच साल तक जहां गए नही वही बहा रहे घड़ियाली आंसू कैसे मिले सत्ता की कुर्सी आइडिया सोच रहे कोई धांसू पर वोटर राजा समझ रहे है नेताजी के […]

शराब कभू न पीजिए,ये है विष समान। इससे न होत है,जीवन का कल्याण।। शराब है नहीं समस्या का समाधान। इसके होत है हमेशा ही बुरे परिणाम।। शराब जल्दी करती है मरने की तैयारी। पीते रहोगे इसको,जल्दी घेरेगी बीमारी।। डेली पीने वालों के होते हैं घर बर्बाद। उनके घर में होते […]

सुहानी यादों को मैं आज ताजा कर रहा हूँ। बैठकर बाग में उस चाँद को पहले की तरह ही आज। अपनी आँखो से तुम्हें देखकर उसी दृश्य की परिकल्पना कर रहा हूँ।। ओढ़कर प्यार की चुनरिया, चांदनी रात में निकलती हो। तो देखकर चांद भी थोड़ा, मुस्कराता और शर्माता है। […]

जीवन परमात्मा की देन है जीवन को न तू अपना मान जीवन के हर एक क्षण को जीवन का अंतिम क्षण मान हर क्षण पुरुषार्थ का हो ध्यान मिले सदा ही प्रभु का ज्ञान निरहंकार रह जीवन जियो जीवन अमानत प्रभु की जान कर्म कोई ऐसा न होने पाये जिससे […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।