किस के लिए संवर रहीं हो तुम, अपने आप में निखर रही हो तुम। तेरा भंवरा तो आ चुका है तेरे ही पास, फिर फूल बनकर क्यों बिखर रही हो तुम। दिल से कहो धड़कना बन्द कर दे, फिर इतना क्यों डर रही हो तुम। राहों में जब खुद खड़ा […]

गुलाब हो या मेरा या उसका तुम हो दिल। तुम ही बतला दो अब ये खिलते गुलाब जी।। दिल में अंकुरित हो तुम। इसलिए दिलकी डालियों, पर खिलाते हो तुम। गुलाब की पंखड़ियों कि, तरह खुलते हो तुम। कोई दूसरा छू न ले, इसलिए कांटो के बीच रहते हो तुम। […]

सृष्टि में ऐसे कई दिव्य व्यक्तित्वों का आगमन हुआ जिन्होंने अपने कृतित्व से अपने कुल वंश का ही नही समस्त मानव जाति का मान बढ़ाया। मानव सभ्यता के ऐसे महापुरुष जिनके समान मर्यादा का प्रतिमान दूसरा कोई स्थापित नही हो पाया। त्रेता युग के दैवीय अवतार, जन जन के प्रिय […]

आज के युग में तकनीक जिसे टेक्नोलॉजी कहते हैं वो लगातार और तीव्रता के साथ बदल रही है। इसके व्यवहारिक पक्ष को हम सभी ने कोरोना काल में विशेष तौर पर महसूस किया जब घर बैठे कार्य करने के लिए वर्चुअल और ऑनलाइनमीटिंग्स, स्कूल की कक्षाओं का संचालन या फिर […]

रघुकुल वंश शिरोमणी, मनुज राम अवतार। मर्यादा पुरुषोत्तमा,कहत है कवि विचार।। जै जै जै प्रभु जय श्रीरामा। हनुमत सेवक सीता वामा।।1 लछमन भरत शत्रुघन भ्राता। मां कौशल्या दशरथ ताता।2 चैत शुक्ल नवमी सुखदाई। दिवस मध्य जन्में रघुराई।।3 नगर अवध में बजी बधाई। नर नारी गावे हरषाई।।4 दशरथ कौशल्या के प्राणा। […]

जन्म तभी होगा यह सफल माता पिता का रखे जब ध्यान स्वर्ग उन्ही के चरणों में होता दुआओ से उनकी हो कल्याण सुसंस्कार के धनी बन जाओगे बड़ो के आज्ञाकारी बन जाओगे जब चरित्र से महान बन जाओगे तब जग भी करेगा आपका मान अंतरात्मा की सुनो यह आवाज सफलता […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।