ज़ुल्फ़ों को चेहरे पे कितना बेशरम रखते हैं ज़माना अच्छा हो फिर ये भी भरम रखते हैं ये बारिश छू के उनको उड़ न जाए तो कैसे बदन में तपिश और साँसों को गरम रखते हैं कमर जैसे पिसा की मीनार,निगाहें जुम्बिश अपनी हर इक अदा में कितने हरम रखते हैं उनको पढ़ […]
“एक समय था जब अटल बिहारी वाजपेयी की भाषण शैली के कारण मैं उनके सामने बोलने में संकोच करता था और आज सुषमा स्वराज भी मेरे अंदर वाजपेयी की तरह ही ‘कॉम्प्लेक्स’ पैदा करती हैं।” यह बात भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी ने 2012 पार्टी की राष्ट्रीय […]
बड़ी सी गोल बिंदी,,, चेहरे पर प्यारी सी मुस्कान,,, संसद की उपमा चली गई,, सादगी और सोम्यता की,,, अद्भुत प्रतिमा चली गई,,, किया काल ने छल तो देखो,,, निश्छल “सुषमा” चली गई,,, #सचिन राणा हीरो Post Views: 43
देशभर में जम्मू-कश्मीर मामले पर जो कयास लगाये जा रहे थे, सरकार ने उन कयासों पर मुहर लगा दी है। 5 अगस्त को बुलायी गयी कैबिनेट बैठक में मोदी सरकार ने कई बड़े फैसले लिये है। उन फैसलों को राज्यसभा में सुनाते हुए गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि […]
लगा था दाग माथे पर, उसे आज मानो धो दिया। और हिंदुस्तान को सही में, आज़ाद करा दिया।। बोकर गए थे जो बीज, अंग्रेज हिंदुस्तान में। उस फसल को आज, उखाड़ फेंका हिन्दुतान ने। कितने बेटो के बलिदान को, आज मिला होगा सुकून हिंदुस्तान में। इसलिए तो कन्याकुमारी से कश्मीर […]
अपराधी थानेदार बने हुये है बेईमान पत्रकार बने हुये है। गुंडे बदमाश भी इन दिनों मे देश की सरकार बने हुये है। नशे मे धुत रहते है शिक्षक स्कुल बीयरबार बने हुये है। महिनो गायब रहते डाक्टर अस्पताल बेकार बने हुये है। कविता का कारोबार हो रहा कवियों के दरबार […]
मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए।
आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं।
कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।