नागदा (धार ) | शासकीय नवीन प्रावि नयापुरा माकनी में बरसते पानी में भी आजादी का पावन पर्व स्वतंत्रता दिवस जनप्रतिनिधियों, गणमान्य नागरिकों एवं बच्चों ने हर्षोल्लास के साथ मनाया । भारत माता एवं अमर शहीदों का पूजन कर झंडावंदन मुख्य अतिथि जनपद सदस्य प्रतिनिधि डॉ.एन.के.जैन ने किया । इस […]

ये दहेज दानव हजारों कन्याएं खा गया। ये बदलता माहौल भी रंग दिखा गया।। हर रोज अखबारों में ये समाचार है, ससुराल जाने से कन्या का इंकार है, क्यों नवविवाहितों को स्टोव जला गया।। बिकने को तैयार लङके हर तरह से, मांगें मोटर कार अङके हर तरह से, हर नौजवान […]

राजनेताओं की चाटुकारिता नहीं मेरी कविता प्रेमिका का चाँद-तारों वाला श्रृंगार नहीं मेरी कविता धर्म-जाति, मजहब का भेद नहीं मेरी कविता स्वार्थ की चार दिवारी वाली कैद नहीं मेरी कविता हास्य के नाम पर फूहड़ता नहीं मेरी कविता मंचीय लिफाफों की मोहताज नहीं मेरी कविता कोई सुर, ताल, लय गीत […]

नफरत हुई आज उससे, जिससे हुआ था कभी प्यार! झूठी बातों से शुरू हुआ था, उस खुदगर्ज का इकरार !! रूप बदलकर आया वो सामने, किया था उसने इकरार! निभाने को ये रिश्ता, आयी मैं उसकी राहो में बार-बार !! उसकी झलक को बेचैन, हुई थी मैं उसकी तलबगार! अपना […]

गुमनाम सी खुशियाँ दस्तक दे जाती है कभी कभी.. हौले हौले से दरवाजे पे आकर ठिठक सी जाती है … ना जाने क्या सोच कर पल भर वही ठहर .वापिस लौट जाती है …. शायद वक़्त नहीं है उसके पास या नहीं हूँ इस क़ाबिल कि वो मेरे दामन में […]

दो कदम साथ चलिए मेरे फिर हालात बदलिए मेरे तन ही सारा छिल जाएगा जो ज़ख्मों से गुजरिए मेरे जान जाते दर्द की गहराई साथ ही डूबिए,उभरिए मेरे ज़िन्दगी कोई हादसा लगेगी बिखरे ख़्वाबों में चलिए मेरे सलिल सरोज #सलिल सरोज परिचय : सलिल सरोज जन्म: 3 मार्च,1987,बेगूसराय जिले के नौलागढ़ […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।