विकास का दीपक जलता रहे,मेरे इस देश में | घर घर दीवाली मने,हर क्षेत्र और हर वेश में || न की ज्योति जलते रहे,कोई भी अछूता न रहे | हर बालक को शिक्षा मिले,कोई भी अनपढ़ ने रहे || स्वच्छ भारत हम बनाये,कही भी हम गंदगी न करे | स्वच्छ […]

इंसान का इंसान से है क्या अब भाई चारा । बता दो लोगो यहां पर। पूछ रहे है हर जन जन।। इंसान का इंसान…….। कितनी सादगी और स्नेह प्यार से, हिल मिलकर रहते आये। नही रखा कोई भी बैरभाव हमने अपने दिलों मे। क्योकि खाया है अन्य हम सब ने […]

इक तुम्ही पर हक जताते रहे हैं ख्यालो में लाकर मुस्कुराते रहे हैं बंद आँखों से भी नजर आते हो इस कदर दिल मे बसाते रहे हैं तुम हमे अपना मानों या न मानों हाले दिल तुम्ही से बताते रहे हैं मुक़म्मल हो गई है मेरी गजलें ख्वाबों में भी […]

सूई चलती हैं कपडे़ के ऊपर….. बेहतरीन पोशाक बनाने के लिए, हर चुभने वाली चीज का मकसद बुरा नहीं होता….!! कोई विश्वास तोड़े तो उसका भी धन्यवाद करें….! वह हमे सिखाते हैं की,, विश्वास बहुत सोच समझकर करना चाहिए….!! सुंदरता सस्ती हैं, चरित्र महंगा हैं,, घड़ी सस्ती हैं, समय महंगा […]

जिन्होंने हमे जन्म दिया उनका करे हम सत्कार उन्ही ने चलना सिखलाया भरे हममे अच्छे संस्कार हमारी नींद के लिए उन्होंने रातभर किया जगराता छींक भी अगर आई हमे दिल उनका जोर से कांपा निरक्षर से साक्षर बनाया साक्षर से बनाया विद्वान हमसे ज्यादा फिर भी रहा माता पिता को […]

जीवन में अगर जीना है तो , पढ़ना ही पड़ेगा , जीवन है अगर जहर तो , पीना ही पड़ेगा ! अगर जीवन से अभी खेलोगो तो , कभी रोना ही पड़ेगा , जीवन है एक फूल तो , दर्द सहना ही पड़ेगा ! अच्छे बात बुरा लगेगा तो , […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।