पुरानी कलम से नये अंदाज में लिखना भी तो एक कला है। क्या नई कलम से पुराने अंदाज में लिख पाओगे? और क्या साहित्य की धरोहर को बचा पाओगे। कहते है साहित्य समाज का दर्पण होता है। पर क्या करे अब साहित्यकार ही, इसे बर्बाद करने पर तुले है।। किस […]

करवाचौथ केवल, एक दिन का त्योहार नहीं,, प्रेम की पावनता है ये, रिश्तो का कारोबार नहीं,, बरसों से इन रीतियों का, अनुसरण हुआ है,, सात फेरों की प्रीतियों का, पावन प्रण हुआ है,, इन पावन क्षणों का कभी, होता झूठा आधार नहीं,, करवाचौथ केवल, एक दिन का त्योहार नहीं,, प्रेम […]

कुछ दिन भरम छोड़ कर भी देखिए अपना अहंकार तोड़ कर भी देखिए सब गलतियाँ दूसरों की नहीं होती हैं कभी गिरेबां झकझोड़ कर भी देखिए आपको आधा ही देखने की आदत है खुद को दूसरों से जोड़ कर भी देखिए आईना हमेशा सही चेहरा नहीं दिखाता हो सके तो […]

रखती हूँ व्रत बस तुम्हारी ही ज्यादा उम्र के लिये बस करवांचौथ पर इतनी फरमाईश पूरी कर दीजिये हो गई साड़िया बहुत पुरानी फैशन भी बदल चूका बस एक साडी नये फैशन सुंदर सी दिला दीजिये हो गया सोने का सेट पुराना ऐसा पहनता कोई नहीं बस एक हीरो का […]

कविता के माध्यम से बच्चों ने बताएं हाथ धोने के तरीके* नागदा (धार)शासकीय नवीन प्रावि नयापुरा माकनी में विश्व हाथ धुलाई दिवस एवं पूर्व राष्ट्रपति ,भारत रत्न डॉ. ऐपीजे अब्दुल कलाम की जयंती को विश्व विद्यार्थी दिवस के रुप में मनाया गया। शिक्षक गोपाल कौशल द्वारा लिखित कविता हाथ धोने […]

करवाचौथ 17 अक्टूबर दिन गुरुवार को पड़ रहा है. इस दिन महिलाएं निर्जला उपवास रखती हैं और रात में चांद देखने के बाद अपना उपवास पूरा करती हैं. माना जाता है कि इस दिन अगर सुहागिन स्त्रियां उपवास रखें तो उनके पति की उम्र लंबी होती है और उनका गृहस्थ […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।