इन्दौर । मिनी बॉम्बे कहलाने वाले शहर इंदौर के प्रेस क्लब, MTH कंपाउंड में रविवार की शाम टीम फेक’था ने ‘जश्न-ए-फेकथा’ का सफल आयोजन किया, जिसमें कई तरह की कविताएं, म्यूजिकल परफॉर्मेंस, ग्रुप और पैनल डिस्कशन, थियेटर प्रस्तुतियां हुईं। कार्यक्रम में देश-प्रदेश और स्थानीय कलाकारों तथा वायलिंटरर्स ने भाग लिया। […]

कोलकाता। मध्यप्रदेश साहित्य अकादमी, भोपाल द्वारा मंगलवार को विभिन्न श्रेणियों के अखिल भारतीय एवं प्रादेशिक पुरस्कारों का अलंकरण समारोह स्थानीय रवींद्र भवन के अंजनि सभागार में आयोजित किया गया। इसमें कोलकाता के लेखक शिखरचंद जैन को निबंध श्रेणी में वर्ष 2020 के अखिल भारतीय माखनलाल चतुर्वेदी पुरस्कार से पुरस्कृत किया […]

अभिनेता आशुतोष राणा, संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर ने किया सम्मानित इन्दौर। देशभर में हिन्दी भाषा का प्रसार करने वाले, मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, मातृभाषा डॉट कॉम के संस्थापक-सम्पादक डॉ. अर्पण जैन ’अविचल’ को मंगलवार को रवीन्द्र भवन, भोपाल में साहित्य अकादमी, मध्यप्रदेश शासन द्वारा अखिल भारतीय नारद मुनि […]

जबलपुर। कवि सम्मेलन शताब्दी वर्ष निमित्त मातृभाषा उन्नयन संस्थान की जबलपुर संभागीय इकाई द्वारा संस्थान के प्रदेश अध्यक्ष अमित जैन मौलिक का जन्मदिन मनाया गया। इस उपलक्ष्य में काव्य उत्सव आयोजित किया गया। इस अवसर पर संभागीय और प्रदेश पदाधिकारियों के द्वारा उपस्थित बच्चों को मातृभाषा हिंदी में हस्ताक्षर करने […]

मातृभाषा एवं इन्दौर टॉक ने रचनाकारों को किया सम्मानित इन्दौर। गीतऋषि गोपालदास नीरज के पुण्य स्मरण पर बुधवार को मातृभाषा एवं इन्दौर टॉक ने काव्य उत्सव आयोजित किया, जिसमें रचनाकारों ने अपनी कविताओं के माध्यम से नीरज को याद किया। काव्य उत्सव में आशीष पँवार, रिया मोरे, ख़ुशी सिसौदिया, डॉ. […]

आया सावन झूमकर तीज त्यौहार की लाया बहार मंद-मंद जलद मुस्काएँ उमड़-घुमड़ घटा छाएँ अम्बर पर इंद्रधनुष आए। आया सावन झूमकर।। सजी हाथों में मेंहदी पिया संग झूले बावरी सोलह शृंगार से सजी गौरी झूम रहीं कलियाँ सारी आया सावन झूमकर।। धरती ने हरीतिमा की ओढ़ी चुनरियाँ सजनी के हाथों […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।