दिन को यूं गुजारकर क्या करना, किसी को सुधारकर क्या करना! जो मान जाये बात तो बेहतर है, दबाव किसी पर बनाकर क्या करना! बहुत तो तरक्की कर ली है सबने, दिन पुरानें याद दिलाकर क्या करना! कुछ तो कमी है आज भी उनमें, कमी उनकी निकालकर क्या करना! धीरे […]
लॉक डाउन ने किया कमाल उपलब्धियो से मचा धमाल सड़क दुर्घटनाएं बंद हो गई प्रदुषण की दर भी घट गई आकाश साफ होने आने लगा हिमालय स्वच्छ दिखाई देने लगा महामारी का कष्ट बहुत है पर हमको विश्वास बहुत है सावधानी हमारे काम आएगी सफलता हमे जरूर मिल जाएगी हानि […]
कभी जुदाई लगती थी ज़हर अब फ़ासले ज़रूरी है जीने के लिए दर्द तो होता है दिल में मगर हैं अब दूरियां लाज़मी अपनों के लिए छूट न पाएगी कभी वो डगर बढ़े हैं जिस पर क़दम वतन के लिए :- आलोक कौशिक संक्षिप्त परिचय:- नाम- आलोक कौशिक शिक्षा- स्नातकोत्तर […]
मेरी बालमनोविज्ञानपरक निबन्धों की कृति क्यों बोलते हैं बच्चे झूठ से [ बदलते परिवेश निरन्तर नये- नये परिवर्तनों घर-परिवार एवं विद्यालय के दृष्टिकोण में नूतन आयामों के स्पर्श से और भी समस्याओं के रूप हो सकते हैं। बालक से सम्बन्धित समस्यायें कोई भी हों उनके समाधान हेतु विद्यालय एवं माता-पिता […]
मर्यादा जीवन मे बड़ी रखिए इसे संभालकर अमर्यादित कुछ न हो रहिए स्वयं संभलकर मुख से ऐसा न निकले पश्चाताप जो करना पड़े आचरण ऐसा न हो कभी शर्मिंदा जो होना पड़े मन,वचन,कर्म एक हो संस्कार स्वयं आ जाएंगे संस्कृति भी अच्छी होगी चरित्रवान हो जाएंगे। #श्रीगोपाल नारसन परिचय: गोपाल नारसन […]
मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए।
आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं।
कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।