बिलासपुर। हिन्दी महोत्सव 2023 के अन्तर्गत स्मार्ट उच्चतर माध्यमिक विद्यालय कुरूदंड में मातृभाषा उन्नयन संस्थान की छत्तीसगढ़ इकाई द्वारा बिलासपुर में हिंदी दिवस के उपलक्ष्य में निबंध और भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। छत्तीसगढ़ प्रदेश अध्यक्ष डॉ रश्मिलता मिश्रा सहित शाला की प्राचार्य डॉ. रीता तिवारी, मंजुला शिंदे, देवेंद्र […]

रचनात्मकता में बदलाव ही किसी विधा की नियति तय करते है- सूर्यकान्त नागर लघुकथा मारक और धारदार विधा- राकेश शर्मा इंदौर। मातृभाषा उन्नयन संस्थान द्वारा रविवार को हिन्दी दिवस के उपलक्ष्य में इंदौर प्रेस क्लब में आयोजित लघुकथा–मंथन 2023 में तेज़ी से लोकप्रिय होती साहित्य की विधा लघुकथा के सम्पादकीय […]

पाली(राजस्थान) में 10 सितंबर को आयोजित समारोह में दिया जाएगा सम्मान भोपाल। भारतीय जन संचार संस्थान (IIMC) के पूर्व महानिदेशक प्रो.संजय द्विवेदी को विष्णु प्रसाद चतुर्वेदी स्मृति साहित्य अलंकरण से सम्मानित किया जाएगा। कार्यक्रम का आयोजन पाली (राजस्थान) में 10 सितंबर को कल्पवृक्ष साहित्य सेवा संस्थान द्वारा आयोजित किया गया […]

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ उम्मीदवारों की पहली सूची जारी हो गई। मध्य प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी ने चुनावी बिगुल फूँक दिया, शंखनाद हो गया 230 विधानसभा सीट पर चुनावी प्रबंधन का। कहीं टिकट, कहीं सर्वे, कहीं रूठे सजन मनाने की तैयारी, कहीं निरंकुशों पर अंकुश, कहीं गुटबाज़ी तो कहीं […]

विचार प्रवाह ने किया आयोजन इंदौर। विचार प्रवाह साहित्य मंच द्वारा शिक्षक दिवस की पूर्व संध्या पर सोमवार को शिक्षक सम्मान समारोह आयोजित किया गया। इसमें शिक्षा और साहित्य के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान देने वाले 25 मनीषियों को सम्मानित किया गया। प्रेस क्लब सभागृह में आयोजित समारोह के मुख्य […]

पुस्तक : बम- बम चिक- चिक गिली- गिली पाशा (बालगीत) लेखिका : निशा कोठारी प्रकाशक : शारदेय प्रकाशन( लखनऊ) कीमत : ₹300 मात्र कहते हैं कि छल- कपट ,दिखावे और पाखंड से भरी इस दुनिया में निश्छल और सरल होना सबसे कठिन काम है ।लेकिन यकीन मानिए कि बच्चों में […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।