साजन मेरे नहीं आए, मेरा सावन सूखा जाए। मै क्या करू राम अब, जब पिया घर नहीं आए।। उमड़ घुमड़ कर बदरा आए, प्यासी धरती की प्यास बुझाए मेरी प्यास अब कौन बुझाए ? जब पिया मेरे घर नहीं आए।। झूले पड़ गए है बागन में, कोयल कूके मेरे कानन […]
गोस्वामी तुलसीदास जयंती विशेष जनमानस में गोस्वामी तुलसीदास जी को लेकर आम धारणा यही है कि वे मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम की भक्ति में आकंठ डूबे एक ऐसे कवि थे जिन्होंने जन-जन में सर्वाधिक लोकप्रिय राम चरित मानस,हनुमान चालीसा, विनय पत्रिका,जानकी मंगल सहित कई धार्मिक साहित्य की रचना की। वस्तुतः […]
परमात्मा जिसके साथ है उसे डरने की क्या बात है बस,कर्म अपना करते रहो सदराह पर चलते रहो कंटीली राह भी हो अगर हंसते हुए पार करते रहो धैर्य कभी भी खोना नही विनम्रता को छोड़ना नही अहंकार कभी छूने न पाए विकारों में जाना ही नही पवित्र जब तन […]
2122 21222 212 बह्र- फ़ाइलातुन फ़ाइलातुन फ़ाइलुन देख के तुम मुस्कुराओ तो सही दिल में चाहत तुम जगाओ तो सही दर हक़ीक़त हिज़्र की यूँ रात में वस्ल का वादा निभाओ तो सही हो ज़ुलम की जितनी इंतेहा यहाँ दास्ताँ अपनी सुनाओ तो सही मुद्दतों से नींद आती अब नही […]
उस व्यक्ति के प्रोफ़ाइल में लगी तस्वीर को देखकर स्नेहा कश्यप काफ़ी आकर्षित हो गई। अत्यंत आकर्षक व्यक्तित्व वाले उस युवक का नाम था – दिवाकर देव। दिवाकर देव के फ़ेसबुक में अपलोड उसकी तस्वीरों को देखकर स्नेहा मुग्ध होती रही। क़रीब दो घंटे तक दिवाकर देव के प्रोफ़ाइल की […]
आया राखी का त्यौहार, जिसमें दिखता भाई-बहिन का प्यार। साथ पले और साथ पढ़े हैं। खूब मिला बचपन में प्यार। भाई-बहन का प्यार बढ़ाने। आया है राखी का त्यौहार।। आया राखी का त्यौहार। लाया खुशियों की बौछार। बांध रखा है एक धागे में। भाई-बहन का अटूट प्यार। आया राखी का […]
मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए।
आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं।
कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।