बहुत फक्र करते थे हम अपनो पर यार। बंद आंखों से विश्वास करते थे उन पर हम। पर पढ़ न सके उन्हें साथ रहते हुये हम। तभी तो उठा दिया जनाजा विश्वास का आज। और आंखे मेरी खोल दी, की मत करो किसी पर विश्वास।। जो अपनो से विश्वास घात […]

चलो चलें अवध में उत्सव है भारी बरस भर बाद आई है मंगल घड़ी घर-घर बाज रहे है मंगल बाजे अति शुभ मंगल आज तिथि है राम नाम की धूम चहूं और मची है चकमक जगमग है दसों दिशाएं दुल्हन बनी है प्रकृति फिजाएं घर घर है दीपोत्सव की तैयारी […]

राम मंदिर के शिलान्यास को अयोध्या सजी है दुल्हन सी पुष्पों की सुगंध से स्नान हुआ हनुमान गढ़ी बनी देवलोक सी साधु संत भी साक्षी बनने को रामजन्म भूमि पर आए है भगवान राम का मंदिर बनाने स्वयं विश्वकर्मा धरा पर आए है देर से ही सही पर न्याय मिला […]

सैकड़ों सालों के संघर्ष, हज़ारों लोगों द्वारा सही यातनाएँ, हज़ारों कारसेवकों का बलिदान, गहमागहमी और चुनावी मुद्दों में झूलती जन्मभूमि के अस्तित्व की कहानी और तो और जन्मभूमि के स्थान की सटीक व्याख्या के लिए भी न्यायालय का हस्तक्षेप, तब जाकर कहीं यह निर्णय हुआ कि विवादित स्थल ही प्रभु […]

हमारे मानस – मंदिर में घण्टों से राम मंदिर और रामराज को समर्पित घण्टियां गूंज रही थीं – “अब हम सब सिर्फ प्रभु श्रीराम को पूजेंगे ही नहीं, राममय जिंदगी भी जिएंगे। राममय दृष्टि, राममय सृष्टि। जितना आसान है कहना, उतना ही आसान है जीना । पुरुषोत्तम भगवान राम ने […]

आगर मालवा के शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय आगर के व्याख्याता डॉ दशरथ मसानिया साहित्य के क्षेत्र में अनेक उपलब्धियां दर्ज हैं। 20 से अधिक पुस्तके, 50 से अधिक नवाचार है। इन्हीं उपलब्धियों के आधार पर उन्हें मध्यप्रदेश शासन तथा देश के कई राज्यों ने पुरस्कृत भी किया है। डॉं मसानिया […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।