अपने बचपन की बातें आज याद कर रहा हूँ। कितना सच्चा दिल हमारा तब हुआ करता था। बनाकर कागज की नाव, छोड़ा करते थे पानी में। बनाकर कागज के रॉकेट, हवा में उड़ाया करते थे। और दिल की बातें हम किसी से भी कह देते थे। और बच्चों की मांग […]
अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव लगभग आने वाले हैं, प्रचार और बयान बाजी चरम पर है। सम्पूर्ण विश्व का आकर्षण भी इस चुनाव में निहित समझें तो गलत नही होगा, क्योंकि विश्व जानता है कि अमेरिका के नेतृत्व परिवर्तन से विश्व के कई निर्णयों में परिवर्तन भी संभव है। जहां वर्तमान […]
मरे तो मरे देश के लिए मरे हम, जिए तो जिए देश के लिए जिए हम, मरना जीना लगा रहेगा इस संसार में, हर बलिदान करे देश के लिए सब हम।। कोरोना से लडे मिलकर सब हम, वैक्सीन बनाए मिलकर सब हम, कभी न कभी विजय मिलेगी इस पर, अपने […]
यू ही नहीं तिरंगा फहराता है हर एक वीर जवान की सांसों से प्यारा झंडा लहराता है। हर एक देश प्रेमी की आत्मा ने थामा है ये तिरंगा प्यारा। सदा अमर रहेगा भारत वर्ष हमारा कितनो ने सीने पर गोली खाई है कितने वीर इन्कलाब की बोली के साथ फांसी […]
मेरे तुम दिल के अन्दर देख लेना।कभी तुम भी तो अम्बर देख लेना।। ख़ुदा तूफाँ यूं लाने से ही पहले।मेरे घर का भी छप्पर देख लेना।। मेरे दिल से जबसे हुए जुदा वो।इन्हीं आँखों में पत्थर देख लेना।। गिरेंगे चाहने वाले भी तेरे।कभी ज़ुल्फें हटाकर देख लेना।। गज़ब का ही […]
आत्मा पर मैल जमने न दीजिए मन मे बुरे विचार आने न दीजिए सोचिए हमेशा अच्छा अच्छा हो बस,अच्छे की ही कल्पना कीजिए प्रभु की सन्तान है आप और हम प्रभु के गुणों को धारण तो कीजिए जब उठो सवेरे लो प्रभु का नाम आत्मा को अपनी पावन कीजिए प्रभु […]
मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए।
आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं।
कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।