विन्रमता का स्वभाव रखिए अहंकार को त्यागकर रखिए व्यक्तित्व खुद निखर जाएगा यश,कीर्ति बल आ जाएगा झुकने से ही बड़ा बनता है झुकने वाला ही निखरता है जो झुके नही अभिमानी है देहभान में वह अज्ञानी है निरहंकार में रहकर तो देखो दुसरो के आगे झुककर देखो आप ही श्रेष्ठ […]
