घोर कलियुग की पराकाष्ठा सन्तो की हत्या का होना कम निंदनीय नही है भाई रक्षको पर हमलावर होना जान बचाने वाले चिकित्सक जोखिम -अपमान में जी रहे फिर भी सेवा को धर्म मान वह दिनरात सेवाएं दे रहे घोर कलियुग में सतयुग आस उन फरिश्तो के कंधों पर है जो […]

धरती है माँ हमारी,जो करती सबका ध्यान | उससे से बडा कोई नहीं,करे उसका सम्मान || धरती माँ करती रहती,सबका है उपकार | इसको बचाने के लिये हम भी करे उपचार || धरती माँ भले एक है,उसके नाम है अनेक | भू,धरा,धरणी वसुधा पृथ्वी उनमे से एक || धरती माँ […]

( लावणी छंद ) प्यारी पृथ्वी जीवन दात्री, सब पिण्डों में, अनुपम है। जल,वायु का मिलन यहाँ पर, अनुकूलन भी उत्तम है। सब जीवो को जन्माती है, माँ के जैसे पालन भी। मौसम ऋतुएँ वर्षा,जल,का करती यह संचालन भी। 🌕 सागर हित भी जगह बनाती, द्वीपों में यह बँटती है। […]

(तर्ज: तेरे नाम तेरे नाम….) तेरे नाम परिवार की शान, वर्षीतप तुझ पर है अभिमान। ओहो ओहो तुम पर, हम को है अभिमान। प्यार बहुत करते है तुझसे, माता पिता और भाई बहिन। ओहो माता पिता और भाई बहिन।। हर पल हर दिन, तेरी याद आती है। धर्मकर्म वाली तेरी […]

आज विरह का मिलन से,मिलन हो रहा है | मानो धरा का गगन से मिलन हो रहा है || मिलेगी जब मेरी नजर, पिया की नजर से | ऐसा लगेगा,मानो दुखो;का दमन हो रहा है | | कर रही हूँ उनका स्वागत पलके बिछा कर | लगेगा जैसे नई ऋतु […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।