तुम हो कलयुग के भगवान गुरु विद्यासागर। तुम हो ज्ञान के भंडार गुरु विद्यासागर। हम नित्य करें गुण गान गुरु विद्यासागर।। बाल ब्रह्मचारी के व्रतधारी सयंम नियम के महाव्रतधारी। तुम हो जिनवाणी के प्राण गुरु विद्यासागर। हम नित्य करे गुण गान गुरु विद्यासागर।। दया उदय से पशु बचाते भाग्योदय से […]

आत्म हत्या का कारण बातुक-संवाद बातुक और रोजकुमार की दोस्ती प्रगाढ़ हो चली थी। ऐसा लगता था, मानो दो जिस्म एक जान हों।कोई भी समस्या होती तो राजकुमार बातुक से अवश्य पूछते।एक दिन राजकुमार ने बातुक से पूछा? बातुक! लोग आत्म हत्या क्यों इतनी ज्यादा करने लगे हैं? बातुक कुछ […]

निश्चय अटल जब ईश्वर पर सब काम सफल हो जाते है कराने वाला भी वही तो है बस नाम हमारे हो जाते है विकार मुक्त होकर जरा उस सल्तनत को याद करो जिसने दिया वजूद हमे उस परम सत्ता का ध्यान करो परमपिता,गुरु,शिक्षक सब कुछ एक विधाता वही तो है […]

इन दो महीनो में जितना ‘वाट्सएप’ चलाया है, उतना कभी नहीं चलाया था। इससे प्राप्त ज्ञान व अनुभव के आधार पर कुछ नए किस्म के लोगों से परिचय हुआ, इन लोगों में वे शामिल नहीं हैं जो बिना नागा,तीसों दिन अलसुबह “गुड माॅर्निंग” शुभ प्रभात के किसी उपदेशात्मक संदेश को […]

जो चलते हो नंगे पाँव, जगत कल्याण के लिए। एक बार तो जयकारा लगाओ, विद्यासागर मुनिराज के लिए।। गांव गांवओ में जाकर, जैन धर्म की ज्योत जलाई। और जैन धर्म की चर्चा, घर घर में पहुंचे। ऐसे त्यागी तपस्वीय साधु के लिए। एक बार तो जयकारा लगाओ, विद्यासागर मुनिराज के […]

नवीन कुमार भट्ट नीर नीर साहित्य संगम संस्थान दिल्ली के योगशारला मंच पर 21 जून 2020 अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के पावन सान्निध्य में योगाभ्यास कराया गया ज्ञातव्य हो कि योगशाला की योगगुरु जूली अग्रवाल की उपस्थिति में यह कार्यक्रम किया गया, बातचीत के दौरान बताया गया कि इस पटल पर […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।