स्वपरिवर्तन करने से विश्व परिवर्तन हो जायेगा देह अभिमान त्यागने से देही सोमान हो जायेगा समय,संकल्प,बोल को व्यर्थं से समर्थ मे बदल डालो जो ऊर्जा बची है आत्मा मे सेवा उसी से कर डालो विक्रम इसी से खत्म होंगे सद्कर्मो की बहेगी ब्यार कलियुग यूं ही मिट जायेगा सतयुग की […]