आत्मा मैली हो गई इसे कीजिए साफ व्यर्थ के आकर्षण से बचकर रहिए आप स्व पर राज करने को कर्मेन्द्रिय जीत बनिए मन,बुद्धि ,संस्कार से आत्म बलशाली बनिए मनुष्य से देवता बनने का राजयोग ही मार्ग है आदि,मध्य,अंत ज्ञान का गीता मात्र आधार है। #गोपाल नारसन परिचय: गोपाल नारसन की जन्मतिथि-२८ […]

परमात्म शिव को याद करो मुरलीधर बन जाओगे शिव ही सामने दिखाई पड़ेगे ऐसे दिव्य आईना बन जाओगे अपने मुंह मिया मिट्ठू बने तो देह अभिमान हो जायेगा जो वायदा किया है सेवा का वह अधूरा ही रह जायेगा रूहानी यात्रा पर चलने को सर्वस्व अर्पण कर देना है जो […]

निंदा करे जो तुम्हारी उसे भी गले लगा लो तुम मोह माया से मुक्त रहकर प्रभु को अपना बना लो तुम प्रभु है पिता हमारा यह याद हमेशा रखिए प्रभु जो रास्ता दिखाए उसी रास्ते पर चलिए आत्मा है ज्योति बिंदू उसी भान मे रहिए शरीर तो वस्त्र समान है […]

जैसा वह रखेगा वैसे रहेंगे हम जो वह खिलायेगा वही खाएंगे हम जो वह पहनायेगा वही पहनेंगे हम पिता है वह हमारा सुख शांति देता है दुःखो को हर कर हमारे असीम खुशी देता है स्वर्ग का वह रचियता परमात्मा ही तो होता है। #गोपाल नारसन परिचय: गोपाल नारसन की जन्मतिथि-२८ […]

जो जल गतिशील रहता पवित्र उसे ही जानिए जो मनुष्य सद्कर्म करता देवता उसे ही मानिए बाल रूप मे राधा कृष्ण सतयुग मे ही आते सोलह कलाए धारण कर लक्ष्मी नारायण बन जाते कलियुग के कालेपन ने कृष्ण को भी बनाया सांवरा पतित से पावन बन जाने पर स्वर्ग बन […]

परमात्म चिंतन की पढ़ाई नियमित करते रहो सब भाई रूठना नही कभी किसी से नुकसान अपना ही होता भाई सद्व्यवहार ही अपना आभूषण चेहरे से दिखाई दे सदलक्षण जो आज्ञाकारी होते पिता के दुआये मिलती उन्हें ही हर क्षण परमात्मा की अनूठी भारत धरा भारत मे ही आते परमात्म सदा […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।