जीना मुश्किल,मरना आसान हो गया हर दूसरा घर कोई श्मशान हो गया माँ कहीं,बाप कहीं,बेटा कहीं,बेटी कहीं एक ही घर में सब अन्जान हो गया शहरों में नौकरियाँ खूब बिका करती हैं इस अफवाह में गाँव मेरा वीरान हो गया मन्दिर की घंटियाँ वो मस्जिद की अजानें दोगले सियासतदानों की […]