दो महीनों के लिए अब, बंद हुए धार्मिक त्यौहार। नये साल से फिर आएंगे, हिंदुओ के त्यौहार। तब तक मौज मस्ती, तुम सब कर लो। हम भी करते है आराम। क्योंकि प्रकृति ने दिया है, मौका हम सब को इसका।। कितना धर्म कर्म किया है खुद करो, अब अपना मूल्यांकन। […]

बोलपुर स्थित श्रीनिकेतन क्षेत्र में स्थित ‘सृजनी शिल्पग्राम’ की चर्चा के बगैर शांतिनिकेतन यात्रा का संस्मरण पूरा नहीं हो सकता… भव्य प्रवेश द्वार, सुंदर सड़क और सड़क के दोनों तरफ लहराते हरे भरे पेड़ परिसर के अंदर प्रवेश करते ही मन मोह लेते हैं…इस शिल्पग्राम की बनावट एक खूबसूरत आर्ट […]

पांच सौ पचास साल पहले धरा पर आया एक फरिश्ता जिसने बनाया था अपना परमात्मा से निकट का रिश्ता गुरु नानक नाम है उनका ओंकार बीज मंत्र है जिनका जो बोले सो निहाल हो जाता परमात्मा से नाता जुड़ जाता जगह जगह अलख जगाई ओंकार को जान लो भाई सदराह […]

तेरी बेवफ़ाई के किस्से मेरे अश्क कहते हैं । तेरी याद में ये मोती हरदम यूं ही बहते हैं ।। न ही तु ज़िन्दगी में ,न तेरा नाम बाक़ी है ।।। तेरा नाम का दीवाना अब मुझको लोग कहते हैं ।।।। तेरे बिन शीशमहल भी अब वीराना लगता है । […]

तेरी यादो के दीये हम,हर दिन जलाते रहे | इस तरह दिवाली हम हर दिन मनाते रहे || रूठ न जाओ तुम मेरी किसी बात पर कभी | तुझको इस तरह हम हर दिन मनाते रहे || सोच कर मिलेगा पूजा का फल एक दिन तो | भले ही तुम […]

जन्म लिया है भारत में, तभी तो प्यारा लगता है। विश्व में सबसे न्यारा, देश हमारा दिखता है। कितने देवी देवताओं ने, जन्म लिया इस भूमि पर। धन्य हो गए वो सभी जन, जिनको जन्म मिला इस भूमि पर।। कण कण में बस्ते है भगवान, वो भारत देश हमारा है। […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।