जिधर को देखो, जिधर को ताको हर तरफ मोबाइल दिखता है हमको । क्योंकि ? यह तो डिजिटल दुनिया ही हो गई है । अभी से पचास साल पहले ना था कोई सिस्टम ऐसा ! कबूतर से संदेश भेजते थे सब पर इस डिजिटल दुनिया को तो देखो ! बस […]
ना हिंदू, ना मुस्लिम, ना मिश्रा, ना मरा पठान है.. आज फिर से मर गया देश का आम इंसान हैं.. मेरे अपनों ने दिल्ली में इतना मचाया बवाल…. चला गया मेरे देश का बेटा “रतनलाल” … क्या बीत रही होगी इस परिवार पर… जिनका सहारा छोड़ गया इन्हें मझधार पर… […]
भारत पर गौरव करके ट्रम्प बन गए है विशेष दोनों देशों की मित्रता का दूर तक गया है संदेश हमारे स्वागत से ट्रम्प गदगद नजर आ रहे प्रेम के करिश्मे ताज पर प्यार के फूल बरसा रहे अतिथि घर आया हो तो क्लेश करना ठीक नही अपनी कमजोरियों को ऐसे […]
इधर उर्दू को मुसलमानों की भाषा के रूप में रेखांकित करने का चलन बढ़ा है. यह गलत अवधारणा है. कोई भी भाषा किसी खास मजहब की नहीं होती. हर भाषा किसी न किसी जाति ( कौम) की होती है. उर्दू भी सिर्फ मुसलमानों की भाषा नहीं है. यदि वह सिर्फ […]
घर का मिजाज कुछ बदला बदला सा, नजर आ रहा है। मानो घर में कोई, तूफान सा छा रहा है। यह मुझे घर का माहौल बता रहा है। और प्रिये तेरी नजरो में, मुझे नजर आ रहा है। लगता है पूरी रात, तुम सोये नही हो। तभी तो चेहरा मुरझाया […]
समय की रेत पर फिसल गयी जिंदगी। देखते ही देखते में ढल गयी जिंदगी।। करवटें बदल-बदल सोया निशदिन, अंत में करवट बदल गयी जिंदगी।। दुल्हन जस सजाकर रखा था इसे, हाथों से यूं ही निकल गयी जिंदगी।। हवा से बचा कर रखा था सुरक्षित , रखे-रखे बर्फ जस गल गयी […]
मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए।
आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं।
कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।