भाईयो हम तो आजमाए हुए हैं। देख लो इसलिए ठुकराए हुए हैं।। डाक्टरों का भ्रष्टाचार कोरोना है। मंदबुद्धी पे इतना इतराए हुए हैं।। विज्ञानिक ठहर न पाया एक भी। महामारी ने यूँ हाथ बढ़ाए हुए हैं।। भिखारियों से कहाँ अच्छे हैं वह। जिन डाक्टरों से हम सताए हुए हैं।। हम […]
