कुछ ऐसी चीजें रोज़ करें चलों खुद की हम ख़ुद खोज करें, बचना है इनसे सबको अब, अफ़वाहों से, उन राहों से जो करती है गुमराह हमें, अब सुनों तुम्हें क्या करना हैं, इक्कीस दिन अंदर रहना है, तुम जहां भी हो, जिस हाल में हो, तुम अभी वहीं फ़िलहाल […]

मां सरस्वती धन्य हो तुम पुत्रो को करती अपने निहाल करते जो साधना मन से तुम्हारी उनका होता यश और गान प्राच्य विद्या में विशेष शोध ने योगेंद्र नाथ को सम्मान दिलाया केंद्रीय हिंदी संस्थान आगरा से आज यह शुभ समाचार आया विवेकानंद के नाम पर उनको पांच लाख रुपये […]

आँखों में आँसुओं की धार देखते हैं आदमी को बेबस , लाचार देखतें हैं कैद होकर रह गया चारदीवारी में उजड़ा हुआ अब तो बाजार देखते हैं कैसा है कुदरत का कहर देखो यारों बन्द पड़ा सारा कारोबार देखते हैं वीरान है गांव शहर और जहां सारा उजड़ी बस्ती खोई […]

मेरी परीक्षा ना लो,धैर्य मेरी ताकत कोमलता पहचान है। एक साथ अनेक काम,करने की शक्ति विधाता की देन है। आंसुओं को पीकर भी,चार दीवारी को घर बनाती हूं। और खुद की लडाई खुद से यज्ञ लड आती हूं। सजावट की चीज नहीं ,जो गहनो सें सजाया गया।/कर्तव्यों के मोहपाश में […]

राम रहे ना तुम नर प्यारे कैसे मैं सीता बन जाऊं? रावण हुए सहस्रों पल-पल अब मैं राम कहां से लाऊं।। मेरा भी अंतर्मन चाहे सच्ची प्रीत की रीत निभाते। बस मेरे नैनो से पीते दूजी ना मधुशाला जाते। तुम तो चाहो नित नई प्रीतें मैं जल-जल जोगन बन जाऊं। […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।