श्रीराम जन्मभूमि मंदिर के शुभ आरम्भ हेतु दक्षिणी दिल्ली में हुआ यज्ञ नई दिल्ली। जुलाई 26, 2020। अयोध्या की पावन नगरी में भगवान श्री राम के भव्य मंदिर के निर्माण हेतु होने वाले ऐतिहासिक पूजन कार्यक्रम तथा उसके उपरांत मंदिर का निर्माण कार्य द्रुत गति से निर्विघ्न सम्पन्न हो, इस […]

सुबह वाली लोकल पकड़ी पहुंच गया कलकता डेकर्स लेन में दोसा खाया धर्मतल्ला में खरीदा कपड़ा – लत्ता सियालदह – पार्क स्ट्रीट में निपटाया काम दोस्तों संग मिला – मिलाया जम कर छलकाया कुल्हड़ों वाला जाम मिनी बस से हावड़ा पहुंचा भीड़ इतनी कि बाप रे बाप लोकल ट्रेन में […]

न सावन सूखी हूं मै,न भादो हरी हूं, बस मै तो आपके दिल की ही परी हूं। रखो जिस हाल में तुम अब मुझको, मै तो तुम्हारी जीवन की सहचरी हूं।। करतीं हूं प्यार तुमसे अपने दिल से ज्यादा, बेवफा न कभी होना,करो तुम ये वादा। चलते रहना इस राह […]

“सुरभि बेटा, यह क्वारंटाइन क्या होता है?” कमरे के बाहर खड़ी सुरभि से अख़बार से नज़र उठाते हुए दादी ने पूछा। “अरे दादी! कोरोना बीमारी की वजह से मरीजों को बाकी लोगों से अलग रखा जाता है, ताकि वो और बाकी लोग सुरक्षित रह सकें” सुरभि दादी की नादानी पर […]

सन् निन्यानवे था थी वो माह जुलाई शत्रु से हमारी पुनः छिड़ी हुई थी लड़ाई मार रहे थे शत्रुओं को हमारे वीर महान् राष्ट्र की रक्षा हेतु दे रहे थे बलिदान दिन सोमवार था वो तिथि छब्बीस जुलाई कारगिल पर जब भारत ने जय पाई नमन उन वीरों को वो […]

दशकों के संघर्ष का सुपरिणाम है रामजन्मभूमि मंदिर। 5 अगस्त को होने वाला भूमिपूजन 2020 की नई पीढ़ी के लिए बिल्कुल वैसा ही महोत्सव होगा, जो कभी स्वतंत्रता के बाद सोमनाथ जीर्णोद्धार के समय था। सरदार पटेल की जीवटता के कारण सोमनाथ ने तो न्याय पा लिया, किन्तु अयोध्या को […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।