जब पल पल पेड़ कटते जायेंगे , तब सब जंगल मैदान बन जायेंगे | मानव तब बार बार पछतायेगा , जब सारे वे मरुस्थल बन जायेगे || जब पौधे सिमट गए हो गमलो में , प्रकृति सिमट गयी हो बंगलो में | जब उजाड़ जायेगे घौसले पेड़ो से, तब बन्द […]
बचपन के दिन कितने है हसीन । मजा नहीं आएं दोस्तों के बिन ।। नीर में ढूंढे रेत खेलते ऐसे खेल । कभी मिट्टी आएं कभी आएं रेत ।। नीर में देख छवि भरें किलकारी । घर बनाने की कर रहें नन्हे तैयारी ।। गोपाल कौशल नागदा मध्यप्रदेश Post Views: […]
चहात रखते है सभी धन की। पर धन का उपयोग वो करते नहीं। धन आने पर उसे बंद, तिजोरी में करते है। जब कि लक्ष्मी तो चंचल होती है। तो कैसे उसे कैद कर सकते है।। धन और विद्या में अंतर बहुत होता है। और दोनों का मिलन बहुत कम […]
अबकी बार दीए ऐसे जलाना, जिससे देश में खुशहाली हो। मिट्टी के दीए तुम जलना सब इससे गरीब परिवार पलते है। कीट पतंग मच्छर आदि सभी, तेल के दीए से ही जलते हैं। मत लाना तुम चाइना के दीए, इससे देश का धन बाहर जाता है। वोकल से तुम लोकल […]
दीप शिक्षा के जलाएं आज हम , कुछ अलग दीपावली मनाएं हम। छोड़ सारे विदेशी सामान हम , दीप मिट्टी के जलाएं आज हम। गरीब के घर भी खुशियां लाएं हम, दीप शिक्षा के जलाएं आज हम।। दीप शिक्षा के जलाएं आज हम, कुछ अलग दीपावली मनाएं हम। भूल कर […]
कच्चे दिए बना कर बैठ गई वो उम्मीद सज़ा कर बैठ गई! मेरी दिवाली भी रोशन होगी वो भी आस लगाकर बैठ गई! कोई न आया दिये लेने पास वो बहुत हतास और निराश कैसे खुशियाँ आयेगी पास वो निराश – उजागर बैठ गई! रंग बिरंगी सी है दुनियाँ यहाँ […]
मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए।
आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं।
कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।