जब तक सांसे चलती है, गुरुदेव की महिमा गाऊ। सपने में गुरु को देखू , जागू तो दर्शन पाऊ। जब माया मोह में उलझा, मन ने मुझे समझाया। तब हाथ पकड़कर गुरु ने, मुझे सत्य का पथ दिखलाया। गुरु चरणों को में तज कर, अब और कहाँ में जाऊ। सपने […]

किसानो के अपने देश मे किसान ही बदहाल है फसलो का उचित दाम नही गन्ने का शीघ्र भुगतान नही कर्जतले दबा है किसान आत्महत्या कर रहा किसान देश का राजा चुप क्यों है जनता उनसे नाखुश क्यों है प्रभु राजा को सद्बुद्धि दे दो किसानो को सहनशक्ति दे दो कृषि […]

जिसका हमें था इन्तजार, किसके लिए सब थे बेकरार। वो घड़ी आ गई आ गई, बच्चे सारे अब स्कूल आएँगे, पुष्प उपवन के मुस्काएँगे। कक्षाएं फिर से गुनगुनाएँगी सारी, उदासी सारी मिट जाएगी हमारी। चारों तरफ फिर गूँजेगी किलकारी, ओ………………. बच्चे सारे अब स्कूल आएँगे, पुष्प उपवन के फिर मुस्काएँगे। […]

खग करते कलरव मनभावन, मौसम ऋतु बसंत का आया पावन । बौर लदे झरवेरी और आम की डाली-डाली, खेतों में फैली दूर तलक मखमल सी हरियाली । बागों में महक रहे चंपा, चमेली, गेंदा, गुलाब, नीला-नीला आसमान हो रहा खुली किताब । पीली-पीली सरसों फूली, योवनता चहुंओर, ज्ञान की ज्योति […]

उम्मीदों के भँवर जाल में फँसकर मानव, सपनों के अगणित तानों को तुड़प रहा है। चंचल इन्द्रिय पर संयम के अंकुश डाले, हृदि सरगम में प्रिय गानों को तुड़प रहा है। द्वेष दम्भ माया मद मत्सर दुर्विचार पर, दुनिया में नव सृजन कराती भी उम्मीदें- उम्मीदों से होता जीवन का […]

वो पीपल बहुत ही छाँव देता है सुकून मुझको मेरा गाँव देता है चला आया आज शहर से दूर बच्चा हो या बूढ़ा लगाव देता है लगा लेते गले से किस्से सुनाते है नहीं कोई भी यहां घाव देता है नदी का किनारा वो खूबसूरत पल कोई नहीं यहां टकराव […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।