विश्व हिन्दी दिवस विशेष “माँ भारती के भाल का शृंगार है हिंदी हिंदोस्ताँ के बाग़ की बहार है हिंदी” हिंदी भाषा के बारे में कवि ने उपर्युक्त पंक्तियों में सटीक ही कहा है कि हिंदी हमारी भारत माता के मस्तक पर शृंगार की तरह सुशोभित होती है। हमारे देश की […]

हिन्दी है राष्ट्र वाहिनी- श्री सत्तन इन्दौर। विश्व हिन्दी दिवस के अवसर पर श्री मध्यभारत हिन्दी साहित्य समिति व मातृभाषा उन्नयन संस्थान के संयुक्त तत्त्वावधान में बुधवार को समारोह आयोजित हुआ जिसमें समारोह की अध्यक्षता राष्ट्रकवि एवं समिति के सभापति सत्यनारायण सत्तन ने की व आयोजन में मुख्य वक्ता अमेरिका […]

हमारी मातृभूमि पर अनेक ज्ञानी संत हुए महान, वेद प्रवर्तक विवेकानंद जी की अद्वितीय पहचान। बाल्यावस्था से प्रभुदर्शन की पाली उर में आस, गुरु माने श्रीरामकृष्ण परमहंस को धारे विश्वास। गुरु की दी शिक्षा से ओजस्वी गुणों से युक्त हुए, विश्व कल्याण के लिए गुरु माँ से आशीर्वाद लिए। ठाना, […]

इन्दौर। कवियों का मन जितना कोमल होता है, उसी तरह उनका जीवन भी होता है। वे समाज के लिए अपना अर्पण करते हैं। ऐसा एक कार्य इन्दौर के सुप्रसिद्ध कवि और श्री मध्यभारत हिन्दी साहित्य समिति के प्रबंधकारिणी सदस्य प्रदीप नवीन ने किया। हाल ही में उनकी सद्य प्रकाशित दो […]

विद्या गुप्ता के कहानी संग्रह ‘मैं हस्ताक्षर हूं’ का लोकार्पण समारोह संपन्न दुर्ग (छत्तीसगढ़), 7 जनवरी। भारतीय जन संचार संस्थान (आईआईएमसी) के पूर्व महानिदेशक प्रो.संजय द्विवेदी का कहना है कि “छत्तीसगढ़ कथा सृजन के लिए सबसे उर्वर प्रदेश है, क्योंकि जैसी विविधता और लोक अनुभव यहां मिलेंगे वह अन्यत्र दुर्लभ […]

इन्दौर। तारक मेहता का उल्टा चश्मा के किरदार अय्यर यानी तनुज महाशब्दे ने मातृभाषा डॉट कॉम के पोस्टर को लोकार्पित किया। इस मौके पर मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ व वरिष्ठ पत्रकार जयसिंह रघुवंशी उपस्थित रहे। तनुज ने कहा कि ‘हिंदी हमारे राष्ट्र की प्रतिनिधि […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।