मित्र शब्द है जाना पहचाना सा, दिल के क़रीब कोई अपना सा, जिससे नहीं हो कोई भी सम्बन्ध, पर हो दिल के गहरे बंधन तो वह है मित्र.. जो बिन कहे सब समझ जाएं जिसे देख दर्द भी सिमट जाए, जिसे देखकर ही आ जाये सुकून और सब तनाव हो […]
रक्तधार से सिंचित होकर क्षात्र तेज पाता है, अग्निशिखा के आगे जैसे तृणदल जल जाता है, समरभवानी को शोणित का वे नैवेद्य सराते, मातृभूमि को शत्रुमुण्ड अवगुंठित हार चढ़ाते, अरि सेना का काल बने हैं जिनके सबल भुजदंड, कोटि रश्मियों में भासित हैं समरशूर मार्तंड, शौर्य तेज से दग्ध शत्रुदल […]
डॉ. वेदप्रताप वैदिक गुजरात, दिल्ली और हिमाचल के चुनाव परिणामों का सबक क्या है? दिल्ली और हिमाचल में भाजपा हार रही है और गुजरात में उसकी एतिहासिक विजय हुई है। हमारी इस चुनाव-चर्चा के केंद्र में तीन पार्टियाँ हैं- भाजपा, कांग्रेस और आप! इन तीनों पार्टियों के हाथ एक-एक प्रांत […]
जाने क्यों अब चाँद बातें नहीं करता। रहता है चुप.. ताकता टुकर टुकर .. नाराज, निराश, न न.. निस्पृह केवल! बहुतेरे हैं उसे देख कर लिखने वाले.. उसमें जाने क्या-क्या देख पाने वाले… डाकिए का कार्य छोड़े जमाना हुआ.. शायद व्यवहारिक हो गया है यह भी! नाजुक से फसानें और […]
नजर आता है वह मेरे अफ़ाक़ पर रोशन आफताब की तरह । हयात भी उसे गुनगुनाती दीवाने – खास ग़ज़ल के किताब की तरह। उसकी खुशबू से महकता बज़्म बहकता शामें सहर शराब की तरह। मदहोश करती नज़रें लब छूतें लफ़्ज़ जाज़िब पैगाम देती आदाब की तरह। जुस्तज़ू उसकी आरज़ू […]
● मुकेश तिवारी, इन्दौर गुजरात विधानसभा चुनाव के नतीजे आने से पहले एक विश्लेषण सुन रहा था। विश्लेषक कह रहे थे – गुजरात के चुनाव नतीजे क्या आते हैं इस पर देश ही नहीं दुनिया भर की निगाहें लगी हुई हैं। इन नतीजों के बाद 2024 के आम चुनाव में […]
मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए।
आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं।
कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।