अशोक कहता है, युद्ध नहीं, बुद्ध चाहिए। शांति, ज्ञान, करुणा जिसका गहना वही बुद्ध चाहिए। मोह-माया, राग-द्वेष जिसने त्यागा वही बुद्ध चाहिए। अशोक कहता है, युद्ध नहीं, बुद्ध चाहिए। राजवंश को छोड़ भिक्षुक बन करुणा लुटाए वहीं बुद्ध चाहिए। अपने सुखों से मुख मोड़ देवत्व को जिसने पाया वहीं बुद्ध […]