घर मे खाली समय न गंवाओ समय को प्रभु याद में लगाओ स्वयं का स्वयं से संवाद कराओ स्वयं की स्वयं से पहचान कराओ जब आत्मा को अपनी पहचान लोगें आत्मा अजर -अमर है यह मान लोगें पांच तत्वों से बनी है यह नश्वर काया इसी में छिपा है अभिमान […]
इंदु भूषण बाली सुपुत्र श्री सतगुर प्रकाश बाली,आयु 58 वर्ष, निवास डाकघर और तहसील ज्यौड़ियां, जिला जम्मू (जम्मू व कश्मीर) आवेदक 1) भारत सरकार, गृह मंत्रालय, महानिदेशक, सशस्त्र सीमा बल, पूर्वी खण्ड-5, रामा कृष्णा पूरम, नई दिल्ली-66 न्याय के संदर्भ में :- 01- भारत के संविधान के अनुच्छेद 226 के […]
मैं नहीं जानती मेरा ये आलेख किसी को पसन्द आएगा भी या नहीं, कुछ तो शायद इसे बिना पढ़े ही पन्ने पलट देंगे, क्योंकि कौन इस व्यस्त जीवन मे इतना लंबा भाषण सुने…। अधिकाँश महिलाएँ पारिवारिक कहानियाँ, रोमांटिक कविताएं या दुःखी किस्सों को चांव से पढ़ती है । एक समय […]
घर घर नहीं रहे, मकान हो गये हैं। माँ बाप उस का, सामान हो गये हैं। एक साथ बैठे, निवाले दो खा ले टुकड़े टुकड़े, खानदान हो गये है। कैरियर की तलाश, भुला दे माँ बाप बेटा बेटी अब तो मेहमान हो गये है। नहीं लौट के आते बच्चे जब […]
मिले सफलता कोरोना से यह दुआ तो कीजिए घर पर रहकर पढ़े नमाज़ सबको मशवरा तो दीजिए इबादत कही भी करोगें जरुर हो जाएगी कबूल मस्जिद में एकत्र होने की अभी करना न कोई भूल जान है तो जहान है यह आप समझ लीजिए दुनिया पर आए संकट को ऐतिहात […]
मंदिर मस्जिद और, गुरुद्वारा में गये। श्रध्दा से सिर को, झुकाया वहां पर। और कि प्रार्थना, समाने उनके बैठकर। हे प्रभु सुन लो, अरज मेरी तुम। और दे दो वरदान, अमन चैन से रहने का। ताकि खुश रह सके, अब देशवासी जन।। कितनी बेचैनी मची है, लोगो के परिवार में। […]
मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए।
आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं।
कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।