होली आई रे आई रे होली आई रे , जीवन को रंगों से रंगायी रे , मन मे पुलकित पंख लगायी रे, लाल हरा रंग रंगाई रे ! होली आई रे आई रे होली आई रे , मन तन के दिल मे आग लगायी रे , जीवन को मदहोश करायी […]

यूँ तो महबूब की आँखों में डूबता हूँ मैं अपने सीने में दबा दर्द नापता हूँ मैं।। उनकी साँसों में ही अब समाया हुआ खुद को खुद में ही यूँ अब ढूंढता हूँ मैं।। चाँद तारो की भी परवाह नही अब मुझको उनकी नज़रो से गिर कर अब टूटता हूँ […]

रचता ने जब रचना का जिम्मा स्वयं के कंधों पर उठा लिया लेखराज को ब्रह्माबाबा बना युग परिवर्तन रथ चला दिया इसी यज्ञ में आहुति देने को जानकी कन्या ने जन्म लिया सन उन्नीस सौ सोलह के साल में एक जनवरी को अवतरण लिया ओम मंडली से जुड़कर जानकी परमात्मा […]

मैं लिख डालूं अपनी भावनाओं को शब्दों में कागज के सफेद टुकड़े पर तुम बन जाना अर्थ उन शब्दों की गूढता के सुन लेना हमारी सारी वेदनाओ के मर्म को रख लेना अपने अंतर्मन में मन को मन से छू लेना हमारे सारे मौन से संवादों को…. #स्मिता जैन Post […]

लेके रंगों की फुहार, आया होली का त्योहार। दिल के झगड़े मिटाने , आया पावन ये त्योहार। लेके रंगों की………. रंगों की छाई है हर ओर बदली, खुशियों की रिमझिम करने को पगली। हाय सबके घर आँगन और द्वार, लाया खुशियाँ अपार। दिल के झगड़े मिटाने, आया पावन ये त्योहार। […]

बहुत कुछ मैंने तुम्हें आज दिलसे कह दिया। आप इसे दिल पर अपने मत लेना। नादान हूँ मैं बहुत इसलिए गलतियाँ कर देता हूँ।। गुजर गये दिन महीने और सालों साल। अब बस कुछ साल महीने या दिन ही मानो बाकी है। जो हँसते खेलते आपकी दुओ से निकल जायेंगे। […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।