पुस्तक—– वुमन आवाज –2 संपादक —- शिखा जैन समीक्षा — आरती प्रियदर्शिनी  इंदौर के संस्मय प्रकाशन के अंतर्गत शिखा जैन के कुशल संपादन में प्रकाशित पुस्तक “वुमन आवाज-2” अनेकों महिलाओं की कृतियों से सुसज्जित एक बेहतरीन पुस्तक है। पुस्तक के हर पन्ने पर हिंदुस्तान की आधी आबादी का अक्स झलकता […]

पुस्तक समीक्षा……… पुस्तक का नाम—वूमन आवाज़ (भाग २) संपादक– श्रीमति शिखा जैन प्रकाशक—संस्मय प्रकाशन, इंदौर, मध्य प्रदेश पृष्ठ ७२ रचनाएँ ६५ विधा–गद्य एवं पद्य        “ये आवाज़ है हर नारी की” “ईश्वर का सर्वश्रेष्ठ सृजन, इस सृष्टि पर है नारी। सर्वगुणी, सम्पन्न, सुसज्जित, प्रति नर पर वह भारी।। […]

युवा लेखक संजीव कुमार गंगवार एक गम्भीर व जागरूक चिन्तक हैं। इन्होने गुजरात भूकंप त्रासदी पर ” आपरेशन गुजरात ” व प्रेरणादायक ( motivational )  पुस्तकें ” आपकी सफलता आपके हाथ ” , ” विजेता बनने के लिए ” व ” जीत निश्चित है ” जैसी पुस्तकें छोटी सी उम्र […]

गीता पंडित जी का यह उपन्यास विश्व पुस्तक मेले में खरीदा था . कुछ कारणों के चलते पढ़ न सका था . शीर्षक बहुत कुछ कहता है इसलिए उत्सुकता जगाता है . शीर्षक से ही जाहिर होता है कि स्त्रीवादी पक्ष पर यह उपन्यास आधारित है . बोल्ड भी लगता […]

कहानी-संग्रह – इंतज़ार ‘अतीत के पन्नों से’ लेखिका – मालती मिश्रा प्रकाशन – समदर्शी प्रकाशन, भिवानी पृष्ठ – 146 कीमत – 175/- अतीत के पन्नों में झाँकते हुए मालती मिश्रा ने जिन कहानियों की रचना की है, उनका संकलन है “इंतज़ार अतीत के पन्नों से” । इस संकलन में तेरह […]

साहित्य यात्रा : धूप आंगन की , सात खण्ड में विभक्त एक ऐसा गुलदस्ता है जिसमें साहित्यिक क्षेत्र की विभिन्न विधाअो के फूलों की गंध को एक साथ महसूस करके उसका आनन्द लिया जा सकता है । भारतवर्ष की ख्यात लेखिका श्रीमति शशि पुरवार ने इस गुलदस्ते को आकार दिया […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।