निराकार परम शिव है जो है सबके भगवान जो शिव का स्मरण करें मिले तीन लोक का ज्ञान आदि,मध्य,अंत के रचियता है परमात्मा जब जब पाप बढ़े धरा पर कर देते सबका खात्मा पांच हजार साल के कल्प मे सतयुग,त्रेता,द्वापर आते कलियुग,संगम पाप धरा के दुनिया को मायावी बनाते सुखद […]
narsan
रुड़की | साहित्यकार श्रीगोपाल नारसन को अंतरराष्ट्रीय तथागत सृजन सम्मान 2018 के लिए चयनित किया गया है।जिसके लिए राष्ट्रीय साहित्य अकादमी के पूर्व सदस्य डा योगेन्द्र नाथ शर्मा अरुण,उत्तराखण्ड के जनकवि डा अतुल शर्मा,मदरहुड विश्वविद्यालय के प्रति कुलाधिपति डा राजीव त्यागी, लाफ़्टर चैनल के हास्य कवि मुकेश गौतम ,मौनतीर्थ धाम […]