*डॉ कुँवर बेचैन संवेदनाओं के कवि- उषा ठाकुर*इंदौर। प्रेम और सौहार्द के कवि के रूप में हिन्दी कवि सम्मेलनों के स्वर्णाक्षर रहे डॉ कुँवर बैचैन की स्मृतियों को चिर स्थायी बनाने के उद्देश्य से मातृभाषा उन्नयन संस्थान के माध्यम से मध्यप्रदेश की संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर ने डॉ कुँवर बेचैन […]

देव भाषा संस्कृत को बढ़ावा देना रचनाकारों का प्रमुख दायित्व है-डॉ. राजेश पुरोहित भवानीमंडी: देश के सुप्रसिद्ध कवि एवम साहित्यकार डॉ. राजेश कुमार शर्मा पुरोहित को यूथ वर्ल्ड न्यूज एंड सोशल मंच बीकानेर द्वारा रविवार को वर्चुअल कार्यक्रम के दौरान एक्सीलेंसी अवार्ड 2021 से सम्मानित किया। पुरोहित को यह सम्मान […]

इन्दौर ।  कोरोना की आपदा के बाद लोगों की सुरक्षा के लिए मातृभाषा उन्नयन संस्थान के सेवा सर्वोपरि प्रकल्प द्वारा स्थानीय ऑटो रिक्शा चालकों को कोरोना सुरक्षा कवच किट वितरीत किए गए।मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ ने बताया कि ‘संस्थान द्वारा विगत एक माह से […]

भारत की एकमात्र, हर क्षेत्र की पहचान ज्ञानोत्कर्ष अकडमी का उद्घाटन हुआ साथ ही पिता दिवस पर विराट महाकविसम्मेलन का आयोजन किया गया था ! इस संस्था के संस्थापक सह राष्ट्रीय अध्यक्ष रुपेश कुमार जी ने संस्था के उद्देश्यों के बारे मे पूर्ण जानकारी दिया! उन्होनें बताया की हमारी संस्था […]

साहित्य संगम संस्थान के योगशाला मंच के माध्यम से अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस 21 जून 2021 को प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है जिसमें विभिन्न प्रांतों के प्रतिभागी इस प्रतियोगिता में सम्मिलित होंगे, ज्ञातव्य हो कि योग दिवस पर यह आयोजित कार्यक्रम में प्रतिभागी शुरूआती उद्बोधन में योगशाला साहित्य संगम […]

इंदौर। प्रसिद्ध बाल साहित्यकार एवं ग़ज़लकार अहद प्रकाश जी की स्मृति में मातृभाषा उन्नयन संस्थान ने दो सम्मान, ‘अहद प्रकाश बाल साहित्य गौरव सम्मान’ एवं ‘अहद प्रकाश ग़ज़ल रत्न सम्मान’, घोषित किए, जो प्रतिवर्ष एक बाल साहित्यकार एवं एक ग़ज़लकार को दिए जाएँगे। इन पुरस्कारों के लिए देशभर से प्रविष्टियाँ […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।