इन्दौर। अप्रवासी भारतीयों में भी हिन्दी के प्रति प्रेम और हिन्दी के विस्तार के लिए कर्मठता है। इसी कड़ी में दुबई, युएई में कार्यरत, प्रोफेसर व दुबई काव्य मंच के अध्यक्ष डॉ. नितिन उपाध्ये को मातृभाषा उन्नयन संस्थान द्वारा शनिवार को इन्दौर प्रेस क्लब में आयोजित पुस्तक विमोचन कार्यक्रम में […]

डॉ.प्रेरणा ठाकरे की पुस्तक महक जाफ़रानी लोकार्पित इन्दौर। हमारा साहित्य बहुत समृद्ध है, हमें इसे समृद्ध मानना होगा। हिन्दी की दुर्दशा कभी नहीं हो सकती। अब तो हाल यह है कि भारत को समझने के लिए विदेशी भी हिन्दी सीख रहे हैं।’ यह बात भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव […]

कविता में युवाओं के कारण सशक्तता -डॉ. दवे तिरंगा डोल रे- नीलोत्पल मृणाल सिर्फ़ शम्भू ही स्वयंभू है- गौरव साक्षी प्राचीन साहित्य को नई पीढ़ी तक लाना ज़रूरी है-एसीपी डॉ. चौबे कवि श्री दिग्गज स्वर्णाक्षर सम्मान से सम्मानित इंदौर। राष्ट्र प्रेम से सराबोर होकर स्वाधीनता दिवस की पूर्व संध्या पर […]

कहानी-संग्रह ‘मोहरबंद’ विमोचित कहानी में नई सोच को स्थान दें युवा रचनाकार- श्रीमती सोलंकी इन्दौर । शहर के नवनिर्वाचित महापौर श्री पुष्यमित्र भार्गव ने आह्वान किया है कि ‘अपनी-अपनी मातृभाषा में अधिकाधिक संवाद करें, इससे मातृभाषा के विकास और विस्तार को गति मिलेगी। अपने हस्ताक्षर हिन्दी में करें।’ श्री भार्गव […]

आई टी इंजीनियर श्रुति पंवार का कहानी संग्रह है ‘मोहरबंद‘ इन्दौर । हिन्दी कहानी के सम्राट मुंशी प्रेमचंद की जन्म जयंती के अवसर पर मातृभाषा उन्नयन संस्थान द्वारा आयोजित ‘प्रेमचंद स्मृति प्रसंग’ में रविवार को युवा रचनाकार श्रुति अखिलेश पंवार के कहानी संग्रह ‘मोहरबंद’ का विमोचन एवं चर्चा का आयोजन […]

‘घर घर हिन्दी’ अभियान भी होगा शुरू इन्दौर। हिन्दी भाषा के विस्तार और प्रचार के लिए कार्यरत मातृभाषा उन्नयन संस्थान द्वारा हिन्दी आंदोलन को अधिक प्रभावी एवं लाभकारी बनाने के साथ-साथ हिन्दी भारत की राष्ट्रभाषा कैसे बने और जनसामान्य कैसे हिन्दी से जुड़े! इसके लिए नागरिकों से सुझाव आमंत्रित किए […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।